घटने लगा रात का तापमान, प्रशासन ने रैन बसेरा में व्यवस्था के लिए नहीं किए कर्मचारी तैनात
- बस स्टैंड से दो किलोमीटर दूर बना है रैन बसेरा - मुसाफिरों के ठहरने के लिए प्रशासन
- बस स्टैंड से दो किलोमीटर दूर बना है रैन बसेरा
- मुसाफिरों के ठहरने के लिए प्रशासन ने नहीं की अन्य कोई व्यवस्था
चित्र : 11 व 12
जागरण संवाददाता, सिरसा : शहर के बाहर स्थित डीसी जैन पार्क के पास स्थित रैन बसेरे की व्यवस्था के लिए अभी प्रशासन की ओर से किसी को जिम्मेदारी नहीं दी गई है। इसके कारण मुसाफिरों को ठंड में रात गुजारनी पड़ रही है। हालांकि रैन बसेरा में तीस से अधिक बेड, बिस्तर, गर्म पानी के लिए गीजर और अन्य व्यवस्थाएं उपलब्ध हैं।
अभी रैन बसेरा में मुसाफिरों को ठहरने की कोई तैयारी तक नहीं की गई है। रात को तापमान आठ डिग्री तक पहुंच गया है। प्रशासन की अनदेखी के कारण रैन बसेरा की स्थिति भी पहले से काफी खराब हो चुकी है। बीते वर्ष प्रशासन की ओर से दो रोडवेज बसों को अस्थायी रैन बसेरा में बदला गया था। जिसमें यात्री रात के समय ठंड से बचने के लिए यहां पर पहुंचते थे। लेकिन इस वर्ष अभी तक रैन बसेरा में मुसाफिरों के ठहराने के लिए न तो कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है और न ही इसके ताले खोले हैं। हालांकि रैन बसेरा में अभी नगर परिषद के दो कर्मचारी रह रहे हैं जो रात के समय यहां पर पहुंचते हैं।
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बस स्टैंड से दो किलोमीटर दूर, नहीं जाता कोई भी साधन
रैन बसेरा में व्यवस्था न होने के साथ-साथ यह बस स्टैंड से दो किलोमीटर दूर शहर से बाहर बनाया गया है। जहां न तो रात के समय कोई साधन पहुंचता है और न ही इसकी जानकारी आटो चालकों या अन्य कर्मचारियों को है। जबकि इसे शिफ्ट करने के लिए प्रशासन की ओर से अन्य कोई स्थान भी तय नहीं किया गया।
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रैन बसेरा की जिम्मेदारी अभी किसी भी कर्मचारी को नहीं सौंपी गई है। जिम्मेदारी सौंपने के बाद ही यहां पर मुसाफिरों को ठहरने की अनुमति दी जा सकती है।
कौशल्या वर्मा, 13 नंबर वार्ड पार्षद, सिरसा
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छह साल से यात्रियों के लिए निश्शुल्क गद्दे व रजाइयां उपलब्ध करवा रही है दिन-रात सेवा समिति
कड़ाके की ठंड में यात्रियों को बचाए जाने के लिए दिन-रात सेवा समिति ने बस अड्डे पर रजाई व गद्दे उपलब्ध करवा दिए हैं। समिति की ओर से आयोजित कार्यक्रम में एसडीएम डा. जयवीर यादव व जीएम रोडवेज आरएस पूनिया उपस्थित हुए। इस मौके पर समिति के प्रधान मनोहर लाल जैन, महासचिव विनय अरोड़ा, देवेंद्र शर्मा, सतपाल शर्मा, सुमन मित्तल, सुरेंद्र मदान, अनिल बग्गा उपस्थित रहे। महासचिव विनय अरोड़ा ने बताया कि उनकी संस्था पिछले छह साल से रात्रि में निश्शुल्क गद्दे और बिस्तर उपलब्ध करवाती है। कोई भी यात्री जो बस अड्डे पर रात बिताता है, उन्हें बिस्तर उपलब्ध होंगे और 50 बिस्तर उपलब्ध करवाए गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि आवश्यकता पड़ने पर और अधिक बिस्तर उपलब्ध करवाएंगे लेकिन किसी को ठंड से नहीं मरने देंगे।