मनरेगा का ऑडिट करने पहुंची टीम, मजदूर बोले-मुश्किल से मिलता है 10 दिन काम, दिन बढ़ाए जाएं
रविवार को महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार अधिनियम के तहत ग्राम पंचायत आसाखेड़ा के ग्राम सचिवालय में ग्राम सभा का आयोजन किया गया।
संवाद सहयोगी, डबवाली :
रविवार को महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार अधिनियम के तहत ग्राम पंचायत आसाखेड़ा के ग्राम सचिवालय में ग्राम सभा का आयोजन किया गया। विद्यालय अध्यापक मोहन लाल की अध्यक्षता में वर्ष 2019-20 में मनरेगा के तहत हुए कार्यों का सोशल ऑडिट किया गया। यह कार्य ऑडिट टीम में शामिल विनोद कुमार, अंजू वर्मा, महेंद्र सिंह, मंजू बाला द्वारा किया गया। ग्राम सभा में सचिव वेद प्रकाश ने वित्त वर्ष के दौरान हुए मनरेगा कार्यों के विषय में रिकार्ड पेश किया। रिकॉर्ड अनुसार गांव आसाखेड़ा में 11.72 लाख रुपये का कार्य हुआ है। ऑडिट टीम ने गत वर्ष में नरेगा कार्य व राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का ऑडिट किया। टीम ने ग्राम सभा में मनरेगा मजदूरों से कार्य व भुगतान आदि के विषय में जानकारी ली। मनरेगा मजदूरों द्वारा कार्य की उपलब्धता व भुगतान आदि संतोष जनक बताया। टीम ने मजदूरों से पूछा कि उनको 309 रुपये मजदूरी मिलती है तो सभी ने हां भर दी। कार्य दिवस बढ़ाने की मांग की। मजदूरों ने हालात बयां करते हुए कहा कि 5 से 7 सदस्य हैं परिवार में। ऐसे में प्रति सदस्य मुश्किल से 10 या 12 दिन कार्य मिलता है। इस अवसर पर ग्राम सरपंच गगनदीप, रोजगार सहायक दया राम, मेट जगजीत सिंह, संतलाल, रामप्रताप, जगदीश, भूप राम, ओमप्रकाश आदि मौजूद थे। 19 मार्च तक होगा ऑडिट
सोशल ऑडिट का कार्य 19 मार्च तक होगा। खंड डबवाली के 48 गांवों में से 28 गांवों को इसके लिए चुना गया है। ऑडिट के लिए तीन टीमों का गठन किया गया है। रविवार को आसाखेड़ा के अतिरिक्त गांव अबूबशहर में ऑडिट होना था। बताया जाता है कि अबूबशहर के ग्राम सचिव उपस्थित न होने के कारण कार्यक्रम रद करना पड़ा।