निजी स्कूलों के शिक्षक कम वेतन में दे रहे हैं अच्छा परीक्षा परिणाम, आप क्यों नहीं : शर्मा
जागरण संवाददाता सिरसा स्कूल शिक्षा विभाग हरियाणा की संयुक्त निदेशिका परमजीत शर्मा मंगलवा
जागरण संवाददाता, सिरसा : स्कूल शिक्षा विभाग हरियाणा की संयुक्त निदेशिका परमजीत शर्मा मंगलवार को अचानक सरकारी स्कूलों का औचक निरीक्षण करने पहुंची। इससे सरकारी स्कूलों के अध्यापकों में हड़कंप मच गया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने विद्यालय में चल रही मासिक मूल्यांकन परीक्षा का अवलोकन किया व मिड डे मील की जांच की। उन्होंने कक्षाओं का निरीक्षण किया व बच्चों से सवाल जवाब किए। तुम अच्छे क्वालीफाइड फिर क्यों नहीं बेहतर परिणाम
विभाग की संयुक्त निदेशिका परमजीत शर्मा सबसे पहले खैरपुर स्थित राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पहुंची। इसके बाद बेगू रोड स्थित कन्या सीनियर सेकेंडरी स्कूल, कीर्ति नगर स्थित राजकीय हाई स्कूल, राजकीय मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल में निरीक्षण करने पहुंची। उन्होंने सबसे पहले स्कूलों में कक्षाओं का निरीक्षण किया। जिन कक्षाओं में अध्यापक नहीं मिले ऐसे अध्यापकों के रजिस्टर में नोट किया। इसके बाद अध्यापकों की बैठक लेते हुए निदेशिका परमजीत शर्मा ने कहा कि निजी स्कूलों के शिक्षक कम वेतन में अच्छा परीक्षा परिणाम दे रहे हैं। वह इतने क्वालीफाइड नहीं है, सरकारी स्कूलों के शिक्षक अच्छे क्वालीफाइड है, फिर क्यों परिणाम नहीं आ रहा है। सरकारी स्कूलों के शिक्षक 50 से 70 हजार रुपये की सेलरी ले रहे हैं। माह की पहली तारीख को पर्स भर जाता है। इसका 80 फीसद भी पढ़ाओ तो बच्चे गुणगान करेंगे। यहीं कहेंगे आप से पढ़े हुए हैं। क्योंकि इन बच्चों से ही आइएएस, आइपीएस व इंजीनियर बनेंगे। अपनी यूनिफार्म में आए
शिक्षा विभाग की निदेशिका ने कहा कि निजी स्कूलों में जो शिक्षक काम नहीं करता है उसको निकाल दिया जाता है। उनके मन में हमेशा डर रहता है। आप हमेशा बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दो। यदि आप खुद यूनिफार्म में आएंगे तो दिखेगा कि सरकारी स्कूलों के शिक्षक भी ऐसे आते हैं। सरकारी स्कूल किसी भी क्षेत्र में निजी स्कूलों से पीछे नहीं है। कैसे पढ़ते हैं शिक्षक विद्यार्थियों से ली जानकारी शिक्षा विभाग की संयुक्त निदेशिका परमजीत सिंह ने कक्षाओं में जाकर विद्यार्थियों से रूबरू हुई। इसके बाद अध्यापकों द्वारा करवाई जा रही पढ़ाई के बारे में पूछा। उन्होंने अध्यापकों की खामियों के बारे में भी जानकारी हासिल की। उन्होंने छात्रों से कई सवाल भी पूछे। जिस स्कूल में जो भी कमी मिली। उसको रजिस्टर में नोट करने के निर्देश दिए। ताकि भविष्य में ऐसी खामियों को सुधारा जा सके। उन्होंने स्कूलों में अनुशासन, स्वच्छता व सौंदर्यीकरण भी जांचा। वहीं स्कूलों में मिड डे मील जांचा। जो मानकों के अनुरूप पाया। इस अवसर पर मुख्याध्यापक राजेंद्र मोहन गुप्ता, बिमला देवी व अन्य स्टाफ सदस्य मौजूद रहे। स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता पर दिया जा रहा है ध्यान
सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। स्कूलों में क्वालीफाइड शिक्षक तैनात किए हुए हैं। स्कूलों में जाकर समय समय पर निरीक्षण किया जा रहा है। जिन स्कूलों में जो खामियां होगी उनको दूर करने का कार्य किया जाएगा। अगर कोई शिक्षक बेहतर परिणाम नहीं दे रहा है। उसके बारे में भी विचार किया जाएगा।
::::परमजीत शर्मा, संयुक्त निदेशिका, शिक्षा विभाग