कहीं स्कूलों में बनने वाले मिड-डे मील में फर्जीवाड़ा तो नहीं
सरकारी स्कूलों में दोपहर के समय बच्चों को खिलाए जाने वाले मि
महेंद्र सिंह मेहरा, सिरसा :
सरकारी स्कूलों में दोपहर के समय बच्चों को खिलाए जाने वाले मिड-डे मील में फर्जीवाड़ा तो नहीं किया जा रहा है। स्कूलों में बनने वाले मिड-डे मील की प्रतिदिन शिक्षा विभाग को जानकारी नहीं दी जा रही है। मिड-डे मील को कितने बच्चों ने खाया इसके बारे में एसएमएस से विभाग को जानकारी देना जरूरी है। जबकि कई स्कूलों में ऐसा नहीं किया जा रहा है। जिले के 829 स्कूलों में से 242 स्कूल जानकारी नहीं दे रहे हैं। जिसको लेकर कई बार पत्र लिखकर भी अवगत करवाया गया है। विभाग ने मिड-डे मील की जानकारी नहीं देने वाले इंचार्जों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। गौरतलब है कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले पहली कक्षा से आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को मिड-डे मील खिलाया जाता है। कहीं ऐसा तो नहीं हो रहा
सरकारी स्कूलों में मिड-डे मील कितने बच्चों ने खाया इसके बारे में प्रतिदिन जानकारी देना जरूरी है। शिक्षा विभाग द्वारा सरकारी स्कूलों में मिड-डे मील के लिए बजट भेजा जाता है। स्कूलों में गैरहाजिर विद्यार्थियों को मिड-डे मील राशन रजिस्टर में उपस्थिति दर्ज कर दी जाती है। ऐसा कर स्कूलों में मिड-डे मील के लिए आई राशि में फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। फर्जीवाड़ा रोकने के लिए 15544 पर मांगा गया एसएमएस
शिक्षा विभाग ने अब मिड-डे मील खाने वाले विद्यार्थियों की जानकारी प्रतिदिन मोबाइल पर केंद्रीय सर्वर को एसएमएस पर देने के लिए निर्देश जारी किए। इसमें जितने विद्यार्थियों ने मिड-डे मील खाया उसकी जानकारी 15544 पर देनी थी। इससे पहले स्कूल मुखिया सीधे तौर पर जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में ही जानकारी देते थे। ये दिया जाता है मिड-डे मील में
शिक्षा विभाग द्वारा सरकारी स्कूलों में मिड-डे मील के अंदर सब्जियों का पुलाव, पौष्टिक खिचड़ी, दाल और चावल, कढ़ी-चावल, चावल और काला चना आलू के साथ, रोटी और मौसमी सब्जी, आटे का हलवा और काले चने सप्ताह में अलग-अलग दिन दिया जाता है। किस खंड में कितने स्कूल नहीं दे रहे हैं जानकारी
खंड कुल स्कूल जानकारी न देने वाले स्कूलों की संख्या
बड़ागुढ़ा 107 24
डबवाली 133 35
ऐलनाबाद 92 30
चौपटा 136 47
ओढ़ां 83 25
रानियां 126 30
सिरसा 147 51 ::::::सरकारी स्कूलों में मिड-डे मील खाने वाले बच्चों की एसएमएस से जानकारी देनी थी। स्कूल मुखिया व मिड-डे मील इंचार्जों को प्रतिदिन मिड-डे मिल खाने वाले विद्यार्थियों की मोबाइल पर एसएमएस करके जानकारी देनी जरूरी है। जिन्होंने ऐसा नहीं किया है उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है।
धनपत राम, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, सिरसा