तीन दिन से टंकी पर बैठे है पांच किसान, मनाने के प्रयास नहीं हुए सफल
संवाद सूत्र, नाथूसरी चौपटा: गांव रूपावास में पानी की 80 फीट ऊंची टंकी से तीसरे दिन भी किस
संवाद सूत्र, नाथूसरी चौपटा:
गांव रूपावास में पानी की 80 फीट ऊंची टंकी से तीसरे दिन भी किसान नहीं उतरे। किसानों ने मुआवजा लेने की मांग को लेकर दिनभर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी किसानों का समर्थन देने के लिए अनेक गांवों से पहुंचने लगे हैं। किसानों का समर्थन करने के लिए महिलाओं ने भी धरना स्थल पर आकर बुधवार को धरना जारी रखा। किसानों ने बृहस्पतिवार को आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है। धरना स्थल के पास पुलिस बल, एंबुलेंस, क्रेन, फायर ब्रिगेड विभाग की गाड़ी तैनात की हुई है। धरने पर बातचीत के लिए एसडीएम, डीडीपीओ व अन्य अधिकारी भी पहुंचे। भाजपा नेता आदित्य देवीलाल भी किसानों के बीच पहुंचे और उनसे नीचे आने की अपील की।
दिनभर बदलता रहा घटनाक्रम
::: 6 बजे ही शुरू हो गयी नारेबाजी
रूपावास गांव में पेयजल केंद्र पर बनी पानी की टंकी पर सुबह 6 बजे ही ऊपर बैठै किसान हरकत में आ गये। लाउड स्पीकर से पानी की टंकी पर बैठे किसानों ने भारत माता के नारे लगाए। बाद में केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। जिस पर पेयजल केंद्र परिसर के नीचे धरने पर बैठे किसानों ने भी नारेबाजी शुरू कर दी।
-- 8 बजे से पहुंचने लगे विभिन्न गांवों के किसान
वर्ष 2017 खरीफ फसलों के मुआवजा लेने की मांग को लेकर विभिन्न गांवों के किसान सुबह 8 बजे से ही पहुंचने लगे। जिससे परिसर में किसानों की संख्या बढ़ने लगी है। किसानों ने सोशल मीडिया का सहारा लेकर भी दूसरे गांव के किसानों से आंदोलन में भाग लेने की अपील भी की।
-- 9:30 बजे कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता ने दिया समर्थन
मुआवजा लेने की मांग कर रहे किसानों के बीच सुबह 9:30 बजे कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता होशियारी लाल शर्मा पहुंचे। उन्होंने किसानों की मांग जायज बताते हुए कहा कि किसानों को मुआवजा देना चाहिए। जिस कंपनी ने बीमा किया है। उससे मुआवजा दिलाने का फर्ज प्रदेश सरकार का बनता है।
-- 10 बजे 400 युवा किसान पहुंचे बाइक लेकर
युवाओं ने बाइक रैली निकाली गई। इससे पहले गांव रामपुरा ढिल्लों में बाइक लेकर विभिन्न गांवों के युवा किसान एकत्रित हुए। इसके बाद गांव गिगोरानी, कागदाना, कुम्हारिया, खेड़ी, गुसाईआना, हंजीरा, जोड़किया, बरासरी से होते हुए रूपावास गांवों में पहुंची। युवा किसानों ने बुधवार को बड़े स्तर पर बाइक रैली निकालने की घोषणा की गई।
-- 10:30 बजे नारेबाजी करती हुए पहुंची महिलाएं
मुआवजा लेने की मांग को लेकर महिलाएं भी आगे आने लगी। किसानों का समर्थन देने के लिए महिलाएं 10:30 बजे पहुंची। इसके बाद सरकारी विरोध नारे लगाए। महिलाओं ने कहा कि किसानों को मुआवजा के लिए दर दर की ठोकरे खानी पड़ रही है। जबकि प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री से लेकर आला नेता केवल आश्वासन दे रहे हैं। अगर जल्द ही मुआवजा नहीं दिया तो महिलाएं भी टंकी पर चढ़ने के लिए तैयार बैठी है। -- 12:30 बजे पहुंचे भाजपा नेता आदित्य चौटाला
मुआवजा की मांग कर रहे किसानों के बीच 12:30 बजे आदित्य चौटाला पहुंचे। उन्होंने किसानों को मुआवजा दिलाने का आश्वासन भी दिया। उन्होंने कहा हम किसानों के साथ है। मगर किसानों ने कहा कि पहले सरकार किसानों के खाते में मुआवजा राशि डाले। इसके बाद ही टंकी पर चढ़े किसान नीचे आएंगे। --- टंकी पर चढ़े किसान बोले आत्महत्या करके ही मुआवजा देगी सरकार
मुआवजा लेने की मांग पर पानी की टंकी पर चढ़े अखिल भारतीय स्वामीनाथन संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष विकल पचार, जिला अध्यक्ष रामदत, जिला युवा प्रधान कालू राम, जिला सचिव मदन कुमार व चौपटा खंड के युवा प्रधान अर¨वद्र बैनीवाल ने कहा कि किसानों को अभी तक मुआवजा नहीं दिया गया। प्रदेश सरकार किसान जब आत्महत्या कर लेंगे इसके बाद ही मुआवजा देगी। प्रदेश के मुख्यमंत्री ने 25 अगस्त को डबवाली रैली के दौरान दस दिन में मुआवजा देने का आश्वासन दिया। किसानों ने लघु सचिवालय के सामने 42 दिन तक धरना दिया। इसके बाद भी किसानों को मुआवजा नहीं मिला है।