पराली जलाने से रोकने के मामले में फील्ड में उतरे वरिष्ठ अधिकारी
जागरण संवाददाता सिरसा फसली अवशेष जलाने के मामले में प्रशासन ने जिले के 30 अति संवेदनशील
जागरण संवाददाता, सिरसा :
फसली अवशेष जलाने के मामले में प्रशासन ने जिले के 30 अति संवेदनशील गांवों को चिह्नित किया है। इन गांवों में अब ग्राम सभाओं की बैठक मंगलवार को आयोजित होगी जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ अधिकारी खुद करेंगे। जिला प्रशासन ने अब पराली जलाए जाने से रोकने के लिए एक्शन प्लान तैयार किया है जिसमें प्रथम दिन 30 गांव में 30 अधिकारी ग्रामीणों के बीच पहुंचेंगे। उपायुक्त कार्यालय द्वारा विभिन्न विभागों को निर्देश जारी किए गए हैं कि मंगलवार काोसुबह 11 बजे चिह्नित किए गए गांवों में ग्राम सभाकी बैठक होगी। सिकंदरपुर में ग्राम सभा की बैठक की अध्यक्षता खुद उपायुक्त करेंगे। एसडीएम सिरसा भावदीन, डीआरओ रसूलपूर में, एसडीएम ऐलनाबाद करीवाला, एसडीएम कालांवाली रोड़ी में तथा एसडीएम डबवाली लोहगढ़ में मंगलवार को ही बैठक करेंगे। तहसीलदार सिरसा नरेलखेड़ा, नायब तहसीलदार सिरसा पतली डाबर, बीडीपीओ सिरसा चामल में, नाथूसरी चौपटा तहसीलदार जोधकां में, तहसीलदार रानियां भड़ोल्यांवाली में, तहसीलदार ऐलनाबाद अमृतसर में, डीएचओ तलवाड़ा खुर्द, बीडीपीओ डबवाली अबूबशहर में बैठक की अध्यक्षता करेंगे। अतिसंवेदनशील गांवों में उन गांवों को रखा गया जहां पराली जलाने के मामले सर्वाधिक सामने आए हैं। ये अतिसंवेदनशील गांव
भावदीन, नरेलखेड़ा, पतलीडाबर, चामल, सिकंदरपुर, बाजेकां, रसूलपूर, जोधकां, मंगाला, झोरड़नाली, मल्लेकां, माधोसिघाना, रानियां, करीवाला, बणी, ओटू, भड़ोल्यांवाली, अमृतसर, बाहिया, अभोली, हारनी खुर्द, जीवन नगर, ठोबरिया, ममेरा, कुत्ताबढ़, तलवाड़ा खुर्द, रोड़ी, लोहगढ़, देसूजोधां अबूबशहर