घी फैक्टरी से लिए सैंपल आधी रात को ही जांच के लिए भेजे चंडीगढ़
गांव ¨धगतानिया में प्रशासन द्वारा ग्वार गम की बंद फैक्टरी में बन रह
जागरण संवाददाता, सिरसा : गांव ¨धगतानिया में प्रशासन द्वारा ग्वार गम की बंद फैक्टरी में बन रहे देसी घी मामले में रात 12 बजे तक जांच चली। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा मौके से लिये गए घी, मक्खन, वनस्पति, केमिकल के 11 सैंपलों को रात को ही जांच के लिए बस से चंडीगढ़ भिजवा दिया।
जानकारी मुताबिक जिला प्रशासन द्वारा गांव ¨धगतानिया में देसी घी बनाए जाने की फैक्टरी में दबिश देकर वहां से भारी मात्रा में तैयार देसी घी बरामद किया था इसके साथ ही वनस्पति के 96 टीन भी बरामद किए थे, जो बिना लेवल के थे। फैक्टरी में टीम ने कोल्ड स्टोर में तैयार रखे गए 213 टीन बरामद हुए। अधिकारियों की दबिश के दौरान फैक्टरी में पहुंची मक्खन से भरी गाड़ी में से मक्खन के भी सैंपल भरे गए। टीम ने फैक्टरी में से केमिकल के भी सैंपल भरे। कार्रवाई रात करीब 12 बजे तक चली। इसके बाद सैंपलों को सील करके यहीं से स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी को सैंपलों की जांच करवाने के लिए चंडीगढ़ रवाना कर दिया जोकि तड़के 2 बजकर 20 मिनट पर चलने वाली बस से चंडीगढ़ के लिए रवाना हुआ। जांच के लिए बॉय हैंड चंडीगढ़ भेजे गए सैंपल की जांच की रिपोर्ट संभवत: 14 दिनों के भीतर आ सकती है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक अगर सेंपल सब स्टेंडर्ड आते हैं तो जुर्माना हो सकता है। वहीं अगर सैंपल जांच में वीटी पॉजिटिव पाए जाते हैं तो मामला भी दर्ज किया जा सकता है। इसके साथ ही अगर खाद्य पदार्थ की रिपोर्ट जीवन के लिए घातक आती है तो उम्रकैद तक की सजा का प्रावधान है।
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:::::::गांव ¨धगतानिया में देसी घी की फैक्टरी में जांच के दौरान घी, मक्खन, वनस्पति व केमिकल के 11 सेंपल लिये गए । इन सैंपलों को रात को ही जांच के लिए चंडीगढ़ भेज दिया गया। इन सैंपलों की रिपोर्ट संभवत 14 दिनों बाद आई है।
- बृजलाल, इंस्पेक्टर, स्वास्थ्य विभाग