पंजाब कृषि विभाग ने झाड़ा पल्ला, जांच अधिकारी बोले-गोदाम में सही मिला है यूरिया का स्टाक
यूरिया की कालाबाजारी का मामला हरियाणा-पंजाब की सीमाओं के बीच उलझकर रह गया है। हरियाणा कृषि विभाग के उपमंडल डबवाली की भांति पंजाब कृषि विभाग के अधिकारियों ने पल्ला झाड़ दिया है।
संवाद सहयोगी, डबवाली :
यूरिया की कालाबाजारी का मामला हरियाणा-पंजाब की सीमाओं के बीच उलझकर रह गया है। हरियाणा कृषि विभाग के उपमंडल डबवाली की भांति पंजाब कृषि विभाग के अधिकारियों ने पल्ला झाड़ दिया है।
कृषि विकास अधिकारी (एडीओ) कम खाद निरीक्षक सुखचैन सिंह ने बताया कि किसानों के सामने आरोपित खाद विक्रेता के गोदाम की जांच की गई थी। स्टाक सही पाया गया। जांच में यह भी सामने आया कि मामला हरियाणा के किसान, आढ़ती से संबंधित है जोकि पंजाब राज्य की सीमा से बाहर का मामला है। वे दूसरे राज्य में जाकर जांच नहीं कर सकते।
पंजाब कृषि विभाग के अधिकारी ने यह भी बताया कि जांच अभी चल रही है। हालांकि किसानों की ओर से लिखित में शिकायत नहीं की गई है। जब अधिकारी से यह पूछा गया कि क्या हरियाणा का किसान पंजाब से यूरिया ले जा सकता है तो उन्होंने कहा कि ऐसा संभव नहीं है। रिकार्ड में यह बात सामने नहीं आई है। जिन लोगों को खाद दी गई है, वे संबंधित राज्य के किसान है। गांव चट्ठा के किसान द्वारा पंजाब सीमा में स्थित गोदाम से यूरिया भरने की वीडियो होने की बात पर सुखचैन सिंह ने कहा कि अभी तक कोई वीडियो नहीं आई है। किसान लिखित तौर पर शिकायत दर्ज करवाएं, साथ ही तथ्य पेश करें, जांच में उन बिदुओं को शामिल कर लिया जाएगा। हालांकि किसानों ने शनिवार को डबवाली में बैठक करके दोनों प्रदेशों के प्रशासन पर सुनवाई न करने का आरोप लगाया है।
तो किसके खाते में जुड़ गई यूरिया
गांव चट्ठा के किसान बुध सिंह ने डबवाली के एक आढ़ती से यूरिया का सौदा प्रति बैग 390 रुपये में किया था। सौदे के बाद आढ़ती ने उसे यूरिया लेने के लिए पंजाब में महाराजा पैलेस के समीप स्थित एक गोदाम में भेज दिया। किसान को निर्धारित मूल्य से अधिक कीमत पर यूरिया मिल गई। यूरिया की कालाबाजारी में शामिल आढ़ती तथा पंजाब के खाद विक्रेता की मिलीभगत का भंडाफोड़ किसान ने आडियो रिकार्डिंग तथा वीडियो के आधार पर कर दिया तो बवाल मच गया। वीडियो में स्पष्ट है कि हरियाणा के किसान को पंजाब के खाद विक्रेता के गोदाम से यूरिया मिली है। जांच में स्टाक पूरा आया है। सवाल है कि हरियाणा के किसान को मिली यूरिया पंजाब के किस किसान के खाते में जोड़ दी गई है।