डीन ऑफ अकेडमिक से हटे प्रोफेसर ने जताई आपत्ति
जागरण संवाददाता सिरसा चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय के डीन आफ अकेडमिक रहे प्रो. राजकुम
जागरण संवाददाता, सिरसा :
चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय के डीन आफ अकेडमिक रहे प्रो. राजकुमार सिवाच ने हटाए जाने पर आपत्ति जताई है। इसकी शिकायत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजकुमार सोलंकी के पास भेजी गई है। विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद में डीन ऑफ अकेडमिक को बदलने का फैसला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजबीर सिंह सोलंकी की सिफारिश पर किया गया। इसमें डीन ऑफ अकेडमिक का अतिरिक्त कार्यभार प्रो. राजकुमार सिवाच को दिया हुआ था। उनके स्थान पर डीन ऑफ अकेडमिक का चार्ज प्रो. दीप्ति धर्माणी को दिया गया। इस पर प्रो. राजकुमार ने इस पर आपत्ति जताते हुए कुलपति को पत्र भेजा है।
जिसमें प्रो. राजकुमार ने बताया कि 16 अगस्त 2019 को डीन आफ अकेडमिक का दो साल के लिए चार्ज दिया गया। अभी कार्यकाल का समय पड़ा हुआ था। इसके बाद नियमों की अनदेखी कर बदल दिया गया। मुझे नियमों की अनदेखी कर डीन आफ अकेडमिक से हटा दिया गया है। हालांकि दो साल के लिए कार्यकाल दिया गया। उसका अभी काफी समय पड़ा हुआ है। इस पर आपत्ति जताते हुए कुलपति को पत्र लिखा है।
प्रो. राजकुमार सिवाच, पूर्व डीन ऑफ अकेडमिक, सीडीएलयू
डीन ऑफ अकेडमिक का पहले तत्कालीन कुलपति ने बिना कार्यकारी परिषद की बैठक में लिया था। अब कार्यकारी परिषद की बैठक पिछले दिनों हुई थी। जिसमें बदलाव किया गया। कार्यकारी परिषद को किसी भी तरह का बदलाव करने का अधिकार है। कार्यकारी परिषद विश्वविद्यालय की सुप्रीम बॉडी है। मेरा मकसद विश्वविद्यालय को उन्नति की तरफ लेकर जाना है। जिससे विद्यार्थियों का उज्ज्वल भविष्य हो सके। इसके लिए दिन-रात लगा हुआ हूं।
प्रो. राजबीर सिंह सोलंकी, कुलपति, सीडीएलयू