Move to Jagran APP

खेत खलिहान : नमी से फसलों में आ सकती है हरे तेला की समस्या

अगस्त माह के पहले पखवाड़े में नमी वाला मौसम रहता है। इससे फसलों

By JagranEdited By: Published: Tue, 04 Aug 2020 09:15 AM (IST)Updated: Tue, 04 Aug 2020 09:15 AM (IST)
खेत खलिहान : नमी से फसलों में आ सकती है हरे तेला की समस्या
खेत खलिहान : नमी से फसलों में आ सकती है हरे तेला की समस्या

जागरण संवाददाता, सिरसा : अगस्त माह के पहले पखवाड़े में नमी वाला मौसम रहता है। इससे फसलों में अधिक ध्यान देने की जरूरत है। इस मौसम में कपास की फसल में हरे तेला पड़ने की संभावना रहती है। इसी के साथ चित्तीदार सूंडी, गुलाबी सुंडी, अमेरिकन सुंडी पड़ सकती है। अगर बीटी कपास बिजाई की तो अगस्त माह में सूंडियों के नियंत्रण के लिए कीटनाशकों का छिड़काव करने की आवश्यकता नहीं है, परंतु इस पर रस चूसने वाले कीड़ों का प्रकोप अधिक होता है। किसान किसी एक कीटनाशक का एक से अधिक बार प्रयोग छिड़काव न करें। हरा तेला को करें नियंत्रण

loksabha election banner

किसान हरा तेला की रोकथाम के लिए 400 मिली लीटर ऑक्सीडेमेटान मिथाइल 25 ईसी या 350 मिली लीटर डाइमैथोएट 30 ईसी या 40 मिली ईमीडाक्लोपरिड 200 एसएल या 40 ग्राम थायोमीथोक्सेम को 150 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ छिड़काव करें। इसी के साथ यह कीटनाशक सुंडी की रोकथाम के लिए कीटनाशकों में मिलाई जा सकती है। किसान चित्तीदारी सूंडी, गुलाबी सुंडी व अमेरिकन सुंडी की रोकथाम के लिए सप्ताह में दो बार खेत में 10 पौधों का निरीक्षण करें। उन पर 5 सुंडियां मिलने पर 5 फीसद फल प्रभावित होने की अवस्था 600 मिली लीटर क्विनलफॉस 25 ईसी या 600 ग्राम कार्बेरिल या 500 से 600 मिली लीटर ट्राइएजोफॉस 40 ईसी में से किसी एक को 150 लीटर से 200 लीटर पानी में मिलाकर बारीक फव्वारे द्वारा प्रति एकड़ छिड़काव करें।

---

अगस्त के पहले पखवाड़े में अधिक नमी रहती है। इससे फसलों में हरा तेला पड़ने की संभावना रहती है। इसी के साथ फसल में कई सुंडी पड़ जाती है। इसके लिए खेत में किसान निरीक्षण करें। अगर खेत में हरा तेला या कोई सुंडी है तो उसमें कीटनाशक का छिड़काव करे। खेत में फसल के अंदर कोई बीमारी नजर आती है। इस बारे में कृषि वैज्ञानिकों को भी जानकारी दें। जिससे कोई बीमारी आने पर उसे तुरंत काबू किया जा सके।

डा. देवेंद्र जाखड़, सीनियर कोर्डिनेटर, कृषि विज्ञान केंद्र, सिरसा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.