11 साल पहले नक्शा पास करवाया, एनओसी न सीएलयू सिनेमा को तोड़कर बना दी मार्केट
वार्ड नंबर चार के पार्षद युद्धवीर रंगीला ने डिलाइट सिनेमा को तोड़कर व्यावसायिक मार्केट में बदलने का पर्दाफाश किया है।
संवाद सहयोगी, डबवाली :
वार्ड नंबर चार के पार्षद युद्धवीर रंगीला ने डिलाइट सिनेमा को तोड़कर व्यावसायिक मार्केट में बदलने का पर्दाफाश किया है। रंगीला ने खुलासा सूचना का अधिकार अधिनियम, सीएम विडो पर नगरपरिषद से मिली जानकारी के आधार पर किया है। आरोप है कि बिना एनओसी (नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) , बिना सीएलयू (चेंज ऑफ लैंड यूज) तथा मनोरंजन टैक्स अदा किए बगैर मार्केट बन गई। जिसमें नगरपरिषद के कुछ अधिकारी भी संलिप्त हैं। वैध इलाके में बनी अवैध मार्केट में जनस्वास्थ्य विभाग ने सीवेरज लाइन बिछा दी। इतना ही नहीं, सीवरेज बिछाने के लिए तोड़ी गई मार्केट की रोड को पुन: बनाने के लिए नगरपरिषद ने टेंडर जारी करके तैयारी खींच ली है। बताया जाता है कि अवैध मार्केट के निर्माण के लिए वर्ष 2010 में नक्शा पास हुआ था। रंगीला का आरोप है कि उस समय महज दस दुकानों का नक्शा पास करवाकर ड्रामा रचा गया था। तथ्य सामने आने के बाद पार्षद ने शहरी स्थानीय निकाय विभाग पंचकूला के महानिदेशक को शिकायत करके मामले की विस्तृत जांच करवाने की मांग की है। वहीं शिकायत के बाद जनस्वास्थ्य विभाग नई सीवरेज लाइन को चालू करने से पीछे हट गया है। विभाग ने ठीकरा नगरपरिषद पर फोड़ दिया है। वहीं नगरपरिषद के तकनीकी अधिकारी मार्केट का नक्शा पास होने की दुहाई दे रहे हैं। 100 से ज्यादा दुकानें बेच दी गई
शिकायतकर्ता के अनुसार डबवाली में डिलाइट तथा दर्पण सिनेमा हाल थे। इनमें से एक डिलाइट सिनेमा को तोड़ दिया गया। वहां एक नहीं तीन मार्केट बना दी गई। करीब 100 से ज्यादा दुकानें बनाकर बेच दी गई। जबकि सिनेमा हाल संचालकों या मालिकों की ओर मनोरंजन कर वर्ष 2007 से बकाया है। जब कर बकाया है तो एनओसी नहीं मिल सकती। मनोरंजन के स्थान को तोड़कर मार्केट बनाने के लिए सीएलयू की जरूरत होती है। जो नहीं ली गई। अवैध मार्केट में विकास क्यों?
मार्केट बिमला देवी के नाम पर है। उन्होंने एक शपथपत्र देकर मार्केट में छोड़े गए रास्ते को आम रास्ता बताया है। जिसके आधार पर नगरपरिषद तथा जनस्वास्थ्य विभाग अवैध मार्केट में विकास कार्य करवा रहा है जो पूर्णतया गलत है। जबकि शहर में ऐसे बहुत से इलाके हैं, जिसे अवैध बता लोगों को मूलभूत सुविधाओं से वंचित रखा जाता है। मैंने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। -युद्धवीर रंगीला, पार्षद, वार्ड नं. 4, डबवाली नगरपरिषद ने लिखकर दिया था कि मार्केट वैध है इसलिए सीवरेज लाइन बिछाई गई है। फिलहाल हमने सीवरेज लाइन का कनेक्शन नहीं किया है। जब तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो जाता, तब तक कनेक्शन नहीं करेंगे। -सूरज प्रकाश जैन, उपमंडल अभियंता, जनस्वास्थ्य विभाग, डबवाली संबंधित मार्केट का नक्शा पास है। विकास शुल्क, मलबा फीस, सिक्योरिटी तथा वाटर चार्जेज भी वसूल किए गए थे। इससे अधिक मुझे जानकारी नहीं है।
-सुशील श्योराण, कनिष्ठ अभियंता, नगरपरिषद, डबवाली