आइटीआइ में कार्यरत आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने सौंपा ज्ञापन
सिरसा आइटीआइ में आउटसोर्सिंग पॉलिसी के तहत कार्यरत कर्मचारियों ने सर्व
जागरण संवाददाता, सिरसा : आइटीआइ में आउटसोर्सिंग पॉलिसी के तहत कार्यरत कर्मचारियों ने सर्व कर्मचारी संघ के बैनर तले अपनी मांगों को लेकर वीरवार को लघु सचिवालय में प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री के नाम नायब तहसीलदार महेंद्र सिंह को एक ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शन की अध्यक्षता सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान मदनलाल खोथ व जिला सचिव राजेश भाकर ने की। कर्मचारी नेताओं ने बताया कि आइटीआई में कार्यरत कच्चे कर्मचारियों का काफी समय से शोषण किया जा रहा है। कर्मचारियों को कभी प्रिसीपल द्वारा तो कभी ठेकेदार द्वारा अकारण ही नौकरी से हटा दिया जाता है। समस्या को लेकर संबंधित विभाग के मंत्री को कर्मचारियों ने ज्ञापन भी दिया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने बताया कि कर्मचारियों ने ज्ञापन में वेतन कम देने, ठेकेदारों द्वारा स्वयं के पास एटीएम रखने, वेतन से पैसे वापस लेने की सीडी एवं अन्य प्रमाण भी दिए गए थे। मंत्री ने संयुक्त निदेशक आइटीओटी रोहतक को जांच सौंपी। इस जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। लेकिन बड़े अफसोस की बात है कि आज तक न तो ठेकेदार और न ही प्रिसिपल के खिलाफ कोई कार्रवाई अमल में लाई गई। कर्मचारी नेताओं ने चेताते हुए कहा कि अगर जल्द उनकी मांगों की ओर गौर नहीं किया गया तो वे आंदोलन को मजबूर होंगे। इस मौके पर आइटीआइ जिला प्रधान रामसिंह, संजय, प्रमोद, सुनीता, होशियार सिंह, सुमन उपस्थित थे।
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ये कर्मचारियों की मुख्य मांगें:
ठेका प्रथा बंद की जाए व सभी ठेका प्रथा में लगे कर्मचारियों को विभाग पे रोल पर रखा जाए। हटाए गए कर्मचारियों को ड्यूटी पर वापस लिया जाए और समय पर वेतन का भुगतान किया जाए। पूर्व में ठेकेदार के अधीन लगे कर्मचारियों को ही नई एजेंसी में नौकरी पर रखा जाए। श्रम कानूनों की सख्ती से पालना की जाए। संयुक्त निदेशक आइटीओटी रोहतक द्वारा की गई जांच के तहत पाए जाने वाले दोषियों पर कार्रवाई की जाए। कर्मचारियों के वेतन से ईपीएफ व ईएसआई की काटी गई राशि कर्मचारियों के खातों में जमा की जाए।