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तीन में से एक युवती पीसीओडी समस्या से ग्रसित, बढ़ रहे नि:संतानता व गर्भपात के केस

चित्र 21 - महिला रोग विशेषज्ञ डा. मनीषा मेहता ने पीसीओडी रोग के लक्षण कारण व बचाव के

By JagranEdited By: Published: Mon, 23 Nov 2020 06:48 AM (IST)Updated: Mon, 23 Nov 2020 06:48 AM (IST)
तीन में से एक युवती पीसीओडी समस्या से ग्रसित, बढ़ रहे नि:संतानता व गर्भपात के केस

चित्र : 21

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- महिला रोग विशेषज्ञ डा. मनीषा मेहता ने पीसीओडी रोग के लक्षण, कारण व बचाव के बारे में दी जानकारी

जागरण संवाददाता, सिरसा : पीसीओडी या पीसीओएस हारमोन्स संबंधी समस्या जोकि आजकल हर तीन में से एक युवती या महिला में देखने को मिल रही है। पीसीओ यानि पॉलिसिस्टिक आवेरियन सिड्रोम कई लक्षणों का समूह है। इनमें से कोई एक, दो या सभी लक्षणों का पाया जाना पीसीओ को इंगित करता है। एपेक्स अस्पताल एंड आइवीएफ सेंटर की संचालिका डा. मनीषा मेहता ने बताया कि पीसीओडी के कारण महिलाओं में नि:संतानता और गर्भपात जैसी समस्याएं भी बढ़ रही हैं। संतुलित खानपान व रहन सहन के तौर तरीकों मे परिर्वतन करके युवतियां व महिलाएं पीसीओडी के जिद्दी लक्षणों से काफी हद तक छुटकारा पा सकती है।

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पीसीओ के लक्षण

- मासिक धर्म की अनियमितता का पाया जाना।

- मोटापा।

- चेहरे पर अवांछित बालों का आना।

- मुंहासे, सिर के बालों का गिरना।

- गर्दन व चेहरे पर मैल जैसी दिखाई देने वाली काली परत।

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पीसीओ से बचाव

- नियमित रूप से नाश्ता अवश्य करें, कभी मिस न करें।

- मीठे खाद्य पदार्थों से परहेज करें।

- खाने में रोटी,चावल की बजाय दही, सब्जियों का प्रयोग अधिक करें।

- प्रोटीन तथा फाइबर रिच भोजन पर जोर दें।

- रिफाइंड आयल की बजाय देसी घी का प्रयोग करें।

- तनावमुक्त जीवन जीयें। योगा और मेडिटेशन को दिनचर्या का अनिवार्य अंग बनाएं।


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