चौथे दिन भी जिलेभर में हड़ताल पर रहे आउटसोर्सिंग कर्मचारी, दोपहर बाद फूंका सिविल सर्जन का पुतला, चिकित्सा अधीक्षक व ठेका कंपनी प्रतिनिधि बोले मानी मांगें, हड़ताल का नहीं कोई औचित्य
स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत आउट सोर्सिंग कर्मचारियों की हड़ताल स्वास्थ्
जागरण संवाददाता, सिरसा : स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत आउट सोर्सिंग कर्मचारियों की हड़ताल स्वास्थ्य विभाग के लिए परेशानी का सबब बन गई है। हड़ताल के चौथे दिन सोमवार को जिलेभर के कर्मचारियों ने नागरिक अस्पताल में धरना दिया और दोपहर बाद कर्मचारियों ने रोष स्वरूप सिविल सर्जन के पुतले के साथ विरोध प्रदर्शन किया और बाद में अस्पताल के गेट के बाहर पुतले का दहन किया। वहीं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व ठेका कंपनी द्वारा दावा किया जा रहा है कि कर्मचारियों की जायज मांगों को पूरा किया जा चुका है। बिना वजह मुद्दा बनाकर हड़ताल कर रहे हैं। ठेका कंपनी के प्रतिनिधि ने कहा कि कर्मचारियों को कई बार लेटर दिये जा चुके हैं। फिलहाल बाहर से व टेंपरेरी मेन पावर बुलाकर काम चला रहे हैं। कर्मचारी बाहर से आने वाले कर्मचारियों से मारपीट करते हैं। हाई अथारिटी से दिशा निर्देश मांगें हैं, अगर मंगलवार तक कर्मचारी नहीं आते हैं तो कंपनी के आदेशानुसार निर्णय लिया जाएगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता यूनियन की जिला प्रधान सुमित्रा व ब्लाक प्रधान अमित कुमार ने की। सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान मदनलाल खोथ व जिला सचिव राजेश भाकर ने बताया कि अधिकारी व ठेकेदार मिलकर लंबे समय से मनमानी कर रहे हैं। कर्मचारियों को हटाने और फिर से लगाने के नाम पर नजराना लेकर अपनी जेबें भर रहे हैं। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान प्रथम पंक्ति में खड़े होकर इन कर्मचारियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर ड्यूटी की और अब उन्हीं कर्मचारियों को अपनी नौकरी बचाने के लिए इस झुलसाने वाली गर्मी में धरने पर बैठना पड़ रहा है। कर्मचारियों ने कहा कि अगर ठेकेदार व अधिकारी नहीं माने तो संघर्ष को और तेज किया जाएगा। इस मौके पर सुरेंद्र सैनी, हेमंत कुमार, सुरेंद्र कुमार, सुनीता सहित यूनियन से जुड़े तमाम कर्मचारी उपस्थित थे।
--------
आउट सोर्सिंग कर्मचारियों की हड़ताल के चलते स्वास्थ्य विभाग में व्यवस्थाएं बदल रही है। अस्पताल में सफाई के लिए डेली वेजिज कर्मचारी बुलाए जा रहे हैं वहीं दो दिनों से डेरा के अस्पताल के सफाई कर्मी बुलाए गए। कंप्यूटर आप्रेटरों के हड़ताल में शामिल होने से भी परेशानी आ रही है। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से सफाई, पोस्टमार्टम रूम इत्यादि में व्यवस्था बदहाल है। फतेहाबाद से भी कर्मचारियों को स्थानांतरित कर बुलाया जा रहा है। नागरिक अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. संदीप गुप्ता ने बताया कि आउट सोर्सिंग कर्मचारियों की मांगें मान ली गई है। हड़ताल का कोई औचित्य नहीं है। फिर भी कर्मचारी हड़ताल कर रहे हैं। इस बारे में उपायुक्त को भी जानकारी दी गई है।
-----
शार्प ग्लोबल ग्रुप ठेका कंपनी के प्रतिनिधि राज सिंह ने बताया कि कंपनी द्वारा कर्मचारियों के नाम तीन पत्र जारी किए है। सोमवार तक कर्मचारियों को डयूटी पर आने के निर्देश दिये थे। कर्मचारी चार दिनों से अपने कार्य पर जाने की बजाय सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। हड़ताल के कारण आपात कालीन सेवाएं प्रभावित हो रही है। कर्मचारी के न पहुंचने पर डीएनआइटी के अनुरूप उन कर्मचारियों पर कार्यवाही की जाएगी और उनके स्थान पर दूसरे कर्मचारी लगाए जाएंगे।