सड़क पर नजर नहीं आएंगे नंदी, संस्था के सहयोग से चलेगी नंदीशाला
जागरण संवाददाता सिरसा शहर में बेसहारा घूम रहे नंदियों को अब नंदीशाला में आश्रय मिले
जागरण संवाददाता, सिरसा : शहर में बेसहारा घूम रहे नंदियों को अब नंदीशाला में आश्रय मिलेगा। शहर में सर्वाधिक संख्या भी नंदियों की है इसलिए प्रशासन पहले नंदियों को पकड़ने का अभियान चलाएगा। उपायुक्त ने केलनिया में बनी नंदीशाला का निरीक्षण किया है और जल्द ही इसे शुरू करने के बारे में चर्चा भी की है। नगर परिषद के अधिकारियों ने उपायुक्त को बताया कि इस नंदीशाला में ढाई हजार नंदियों को रखा जा सकेगा। नंदीशाला शुरू होने क बाद शहर में घूम रहे नंदी आराम से यहां रखे जा सकेंगे। संस्था के सहयोग से चलेगी नंदीशाला
प्रशासन नंदीशाला को चलाने का कार्य किसी संस्था को सौंपना चाहता है। एक संस्था आगे भी आई है लेकिन पहले इसकी मुनियादी करवाई जाएगी और फिर इसके लिए जितनी भी संस्थाएं आवेदन करेंगी उन्हीं में से किसी एक का चयन किया जाएगा। नंदीशाला जनसहयोग से ही चलाई जाएगी लेकिन जिम्मेवारी संस्था को ही सौंपी जाएगी और उसी के द्वारा इसका पूरा संचालन होगा। हालांकि संस्था को रखने या न रखने का अधिकार हमेशा प्रशासन के पास रहेगा। नंदीशाला एक नजर में
जगह - 5.4 एकड़
राशि खर्च - 4 करोड़
क्षमता - ढाई हजार
शहर में बेसहारा पशु - करीबन 3400 वर्जन::::::::::::
केलनिया में नंदीशाला बनकर तैयार है। चार करोड़ से अधिक की राशि खर्च हुई है। यहां ढाई हजार नंदियों को रखा जा सकता है। जल्द ही नंदीशाला शुरू कर दी जाएगी।
अमन ढांडा, ईओ नगर परिषद