अनुबंधित बिजली कर्मचारियों ने विधायक को सौंपा ज्ञापन
संवाद सूत्र, कालांवाली: अनुबंधित कर्मचारी संघ हरियाणा के अंतर्गत आने वाली बिजली निगम कालांवाली के
संवाद सूत्र, कालांवाली:
अनुबंधित कर्मचारी संघ हरियाणा के अंतर्गत आने वाली बिजली निगम कालांवाली के सदस्यों ने हलका विधायक बलकौर ¨सह मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा।
इस दौरान अनुबंधित कर्मचारी संघ के कार्यकारिणी सदस्य रेशम ¨सह पिपली व सब डिविजन कालांवाली के प्रधान सुरेंद्र कुमार ख्योंवाली ने बताया कि विद्युत निगम के चारों आयामों के लगभग बीस हजार कर्मचारी अस्थाई तौर पर कार्यरत है। जो पिछले कई सालों से बिजली विभाग को चलाने के लिए निष्ठा व ईमानदारी से अपनी सेवाएं दे रहे है। अस्थाई होने के कारण बिजली कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है। उनकी मांगे है कि सरकार बिजली निगम के कच्चे कर्मचारियों के मध्य से ठेकेदार प्रथा को हटाकर सभी कर्मचारियों को यथावत सीधे निगम रोल पर लिया जाए व एचआर पॉलिसी लागू की जाए, सरकार आउटसोर्सिस पॉलिसी समाप्त कर समान काम समान वेतन लागू करे, नवनियुक्त एसए, एएलएम, एलडीसी, यूडीसी व अन्य ज्वाइ¨नग के कारण कार्यरत कच्चे कर्मचारियों को प्रभावित न किया और किसी स्कीम के तहत उनके रोजगार को सुरक्षित किया जाए, दुर्घटनाग्रस्त अंग भंग हुए कर्मचारियों का रोजगार सुरक्षित किया जाए व आर्थिक सुविधा उपलब्ध करवाई जाए, दुर्घटना में शहीद हुए कर्मचारी के आश्रित को रोजगार उपलब्ध करवाया जाए ताकि उसके आश्रित परिवार का पालन पोषण सुचारू रूप से चल सके, निगम के चारों आयामों में कम किए गए वेतन को तुरंत प्रभाव से बढ़ाया जाए व एरियर सहित उनका भुगतान किया जाए व 2014 से बचे हुए ऐरियर का भुगतान तुरंत प्रभाव से कर्मचारियों के खाते में किया जाए, गत 22 फरवरी को सीएम से हुई वार्ता पर अमल करते हुए सभी फैसलों को लागू किया जाए।
अनुबंधित कर्मचारी संघ हरियाणा के कार्यकारिणी सदस्य रेशम ¨सह पिपली व सब डिविजन कालांवाली के प्रधान सुरेंद्र कुमार ख्योवाली ने बताया कि सरकार की ओर से विभाग में कार्यरत अनुबंधित व कच्चे कर्मचारियों की मांगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा। जिससे मजबूर होकर 11 फरवरी 2018 को कर्ण पार्क करनाल में रोष प्रदर्शन भी करना पड़ा व सीएम के नाम ज्ञापन सौंपना पड़ा। इसके बाद मांगे ना मानने पर 22 फरवरी को करनाल में यूनियन ने अनिश्चितकालीन अनशन शुरू करने के बावजूद भी सरकार ने न तो सरकार ने बातचीत के लिए समय दिया और न ही उनकी मांगों की तरफ ध्यान दिया। इसके अलावा उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी तो वे आज से ही रोषस्वरूप काले बिल्ले लगाकर कार्य करेंगे और इसके बाद वे रोषस्वरूप 6 मार्च से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र का घेराव कर विरोध प्रदर्शन करेगें। इस मौके पर रेशम बराड़, सुरेंद्र कुमार, सुशील कुमार, श्रीकांत, जीवन ¨सह, निक्कू ¨सह, इंद्रजीत ¨सह, संदीप कुमार मौजूद थे।