कोरोना के बढ़ते मामलों के आगे सीमित प्रबंध, नहीं संभले तो बिगड़ सकती है स्थिति
सिरसा सिरसा जिले में अप्रैल महीने में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ
जागरण संवाददाता, सिरसा : सिरसा जिले में अप्रैल महीने में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। वर्तमान में स्वास्थ्य विभाग के पास मौजूद सुविधाओं पर निगाह डालें तो बेहद सीमित साधनों के साथ स्वास्थ्य विभाग संक्रमित मरीजों के इलाज में जुटा हुआ है। रोजाना बड़ी संख्या में संक्रमित आने से विभाग के पास मौजूद संसाधन कम पड़ते दिखाई दे रहे हैं। वर्तमान में जिले में नागरिक अस्पताल में 18 जबकि डेरा अस्पताल में 16 मरीज उपचाराधीन है। इसके अलावा मरीज निजी अस्पतालों व भगत सिंह स्टेडियम में बनाए फेसिलिटी सेंटर में है। अति गंभीर मरीजों को विभाग द्वारा अग्रोहा मेडिकल कॉलेज रेफर किया जा रहा है। वर्तमान में अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में भी बेड भर गए है, ऐसे में वहां संक्रमित मरीज व उनके तीमारदारों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। पॉजिटिव होने वाले मरीज के स्वजन मरीज को इलाज के लिए बठिडा, चंडीगढ़, रोहतक इत्यादि स्थानों पर लेकर जा रहे हैं।
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एक नजर वर्तमान में सिरसा जिले में मौजूद बेड सुविधाओं पर
जिले में कुल बेड - 518
आक्सीजन सुविधा से युक्त बेड - 260
वेंटिलेटर सुविधा युक्त बेड - 21
आइसीयू सुविधा युक्त बेड - 43
नागरिक अस्पताल में 35 बेड का आइसोलेशन सेंटर है।
- डेरा अस्पताल में सरकारी स्तर पर 50 बेड का आइसोलेशन सेंटर शुरू किया गया है।
- डबवाली, ऐलनाबाद के अस्पतालों के अलावा जिले के सभी सीएचसी, पीएचसी में भी कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए अलग से बेड रखने के निर्देश दिये है ताकि आपात स्थिति में ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को वहां भर्ती किया जा सके। ---- 10 निजी अस्पतालों में भी इलाज की व्यवस्था, परंतु चुकानी होगी फीस
इसके अलावा जिले में 10 निजी अस्पतालों में भी कोविड मरीजों की इलाज की सुविधा है, जहां सरकार द्वारा निर्धारित शुल्क पर मरीजों का इलाज होता है। इन अस्पतालों में डेरा सच्चा सौदा अस्पताल, संजीवनी, लालगढि़या, जीवन ज्योति, स्वास्तिक अस्पताल, खुराना अस्पताल, तोमर, सुरक्षा, न्यू लाइफ लाइन व आस्था अस्पताल शामिल है। ----------- आयुष्मान योजना से भी हो सकता है पॉजिटिव का इलाज
कोरोना संक्रमित मरीजों को नागरिक अस्पताल में फ्री इलाज की सुविधा है। इसके अलावा डेरे में शुरू किए गए सरकारी सेंटर में उन मरीजों का सरकारी खर्चे पर इलाज किया जा रहा है जिन्हें सिविल सर्जन रेफर करते हैं, जिनके पास आयुष्मान कार्ड नहीं है अथवा वे कोई सरकारी कर्मचारी नहीं है। रिटायर्ड अथवा ड्यूटीरत सरकारी कर्मचारियों को इएसआइ पैनल तथा आयुष्मान योजना के लाभार्थियों को भी निजी अस्पतालों में सरकारी खर्चे पर इलाज की सुविधा है। निजी अस्पतालों में भर्ती मरीज से सरकार द्वारा निर्धारित शुल्क ही वसूला जा सकता है। ------------- संक्रमण से बचाव के पर्याप्त संसाधन है परंतु आमजन करें नियमों की पालना
कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग के पास पर्याप्त संसाधन है। निजी अस्पतालों के सहयोग से भी प्रबंधों में जुटे हुए है। आमजन से अनुरोध है कि वे मुंह पर मास्क लगाएं, हाथों की सफाई का ध्यान दें और भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें। जिले में जो 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोग हैं वे वैक्सीन अवश्य लगवाएं। वैक्सीन लगवाने से संक्रमण के कारण होने वाली मौत का खतरा टल जाता है । व्यक्ति अगर संक्रमित भी हो जाता है तो उसकी हालात में जल्द सुधार हो जाता है।
- डा. वीरेश भूषण, डिप्टी सिविल सर्जन। कोरोना मीटर
रविवार को संक्रमित - 214
कुल संक्रमित - 10192
कुल स्वस्थ - 8848
कुल एक्टिव - 1215
रिकवरी रेट - 86.80
जिले में कुल मौत - 129
रविवार को मौत - 02
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वैक्सीन अपडेट
कुल वैक्सीनेशन - 1,56,528
रविवार को - 1512
पहली डोज - 1,34333
दूसरी डोज - 22,195
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एक्शन मीटर
बिना मास्क के चालान -
कर्फ्यू उल्लंघन के केस - 00