घरेलू सामान के बढ़े रेटों ने बिगड़ा रसोई का बजट
जागरण संवाददाता सिरसा कोरोना काल में घरेलू वस्तुओं के रेट बढ़ने लगे हैं। इस सप्ताह
जागरण संवाददाता, सिरसा :
कोरोना काल में घरेलू वस्तुओं के रेट बढ़ने लगे हैं। इस सप्ताह से घरेलू सामान में सबसे ज्यादा तेजी देखी गई है। जरूरत के सामान के बढ़े रेटों ने रसोई का बजट बिगाड़ कर रख दिया है। सरकारी आंकड़ों में खाद्य महंगाई दर भले ही कम हो गई हो, लेकिन जमीनी हकीकत इसके विपरीत है। उपभोग की वस्तुओं के दाम कम होने के बजाय तेजी से बढ़ रहे हैं। खाद्य वस्तुओं के बढ़े रेट
घरेलू सामान के रेट सबसे ज्यादा बढ़े हैं। खाद्य तेल के लिए 10 रुपये अधिक देने पड़ रहे हैं। पहले तेल के भाव 95 रुपये से 100 रुपये प्रतिकिलो के हिसाब से थे जो अब बढ़कर 115 रुपये तक पहुंच गये हैं। इसी तरह गुड़ 35 रुपये से 45 रुपये प्रतिकिलो हो गया है। चावल 30 से 35 रुपये व बासमती चावल का भाव 70 से 80 रुपये तक पहुंच गया है। इसी के साथ मिर्च, मसालों के रेटों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।
सिरसा निवासी महिला कांता देवी ने कहा कि खाने-पीने के सामान में हुई मूल्यवृद्धि ने घर के बजट को बिगाड़ दिया। पहले की तुलना में रसोई के बजट में जो इजाफा हुआ है, उससे एक नौकरी पेशा वाले को अपना परिवार चलाने में खासी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
दुकानदार अनिल कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस को लेकर जहां पहले से कम सामान आ रहा है। इसी के साथ पेट्रोल व डीजल के रेट बढो हैं। इसका असर भी वस्तुओं पर पड़ा है। क्योंकि यातायात पर अब खर्च बढ़ गया है जिससे रेटों में बढ़ोतरी हो रही है।