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10 साल में ऋण नहीं चुका पाया किसान, रहन की 18 कनाल जमीन पटवारी के साथ मिलीभगत कर बेच दी, केस दर्ज

एक किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत एक बैंक से एक लाख रुपये का ऋ

By JagranEdited By: Published: Fri, 16 Nov 2018 05:27 PM (IST)Updated: Fri, 16 Nov 2018 05:27 PM (IST)
10 साल में ऋण नहीं चुका पाया किसान, रहन की 18 कनाल जमीन पटवारी के साथ मिलीभगत कर बेच दी, केस दर्ज
10 साल में ऋण नहीं चुका पाया किसान, रहन की 18 कनाल जमीन पटवारी के साथ मिलीभगत कर बेच दी, केस दर्ज

संवाद सहयोगी, डबवाली : एक किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत एक बैंक से एक लाख रुपये का ऋण लेने के बाद किसान ने ऋण नहीं चुकाया। बल्कि पटवारी के साथ मिलीभगत करके बैंक के पास रहन की गई जमीन बेच डाली। बैंक प्रबंधक की शिकायत पर शहर थाना पुलिस ने किसान तथा पटवारी पर केस दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरु कर दी है।

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पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) शाखा चोरमारखेड़ा के प्रबंधक डीआर खुराना के अनुसार वर्ष 2008 में गांव पिपली के किसान बूटा राम ने केसीसी योजना के तहत एक लाख रुपये ऋण लिया था। इसके बदले उसने 18 कनाल जमीन रहन की थी। तहसील डबवाली के टीएससी पटवारी श्योदत ने जमीन का इंतकाल बैंक के नाम दर्ज किया था। बैंक कर्मचारी ऋण वापसी के लिए संबंधित किसान के पास जाते थे तो वह जल्द ऋण चुकाने की बात कह देता था। बाद में गांव से ही जानकारी मिली कि बैंक के पास रहन की गई जमीन 2014 में किसी महिला को बेच दी है। इसकी पुष्टि के लिए बैंक ने तहसील डबवाली का रिकॉर्ड देखा तो बात सही पाई गई। शाखा प्रबंधक के अनुसार बिना पटवारी की मिलीभगत के संभव नहीं हो सकता। चूंकि जब संबंधित जमीन की फर्द निकलवाई जाती है तो साफ तौर पर लिखा होता कि संबंधित जमीन बैंक के पास रहन है या बैंक से कर्ज ले रखा है। मिलीभगत के संदेह में पटवारी श्योदत तथा किसान बूटा राम के खिलाफ केस दर्ज करवाया गया है। 10 साल में तीन लाख हुआ कर्ज

पीएनबी चोरमारखेड़ा के प्रबंधक खुराना ने बताया कि किसान ने कृषि कार्य के लिए ऋण लिया था। जो उसे फसल बेचने के बाद एक साल में अदा करना था। लेकिन 10 साल बिता दिए। अब तक बैंक सेटलमेंट करके किसान का बोझ कम करना चाहता था। लेकिन जब मामला सामने आया तो होश ही उड़ गए। किसान की ओर ब्याज सहित 3 लाख रुपये बकाया हैं। वर्ष 2011-12 में जमाबंदी हुई थी। हो सकता है उस समय पटवारी ने संभाल न की हो या फिर कंप्यूटर में कोई गड़बड़ी हो गई हो। इसके लिए संबंधित पटवारी, कानूनगो या फिर कंप्यूटर ऑपरेटर जिम्मेवार है। मैं नहीं। मैं तो टीएससी पटवारी था। फरवरी 2018 में सेवानिवृत्त हो चुका हूं। मुझे केस दर्ज होने के बारे में कोई जानकारी नहीं है।

-श्योदत, सेवानिवृत्त पटवारी गांव चोरमारखेड़ा स्थित पीएनबी के प्रबंधक की शिकायत पर बूटा राम, पटवारी श्योदत के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। मामला ऋण के लिए बैंक के पास रहन की गई जमीन को बेचने का है। बैंक के अनुसार वर्ष 2014 में जमीन बेची गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

-कैलाश चंद, प्रभारी, शहर थाना, डबवाली


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