प्रशासन ने नहीं की सुनवाई तो ग्रामीणों ने खुद ही चंदा एकत्रित कर शुरू करवाया पुलिया का निर्माण
सरकार योजनाओं के माध्यम से लोगों को सुविधा प्रदान करने का दावा करती
संवाद सूत्र, गोरीवाला : सरकार योजनाओं के माध्यम से लोगों को सुविधा प्रदान करने का दावा करती है मगर इस प्रयास के बीच कई जगहों से ऐसी तस्वीरें भी आती हैं, जो सरकार और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करती है। ऐसा ही कुछ गांव गोरीवाला में देखने को मिला, जहां के ग्रामीणों ने प्रशासन की अनदेखी के चलते खुद ही पानी की निकासी के लिए बनाई नाली की टूटी पुलिया का निर्माण शुरू करवाया। ग्रामीण पुलिया के निर्माण को लेकर प्रशासन से कई बार गुहार लगा चुके थे। इसके बाद भी कोई ध्यान नहीं दिया गया।
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लोगों को झेलनी पड़ रही थी परेशानी
गांव के ग्रामीण जयपाल सिंह बग्गी, धर्मवीर घोड़ेला, मोनू रतिवाल, चंद्रभान महार, प्रवीण घोड़ेला, गग्गू शेरसी, सुखपाल सुथार, सुनील रतिवाल, सुभाष निनानिया, मोहन देवरथ, प्रवीण सिंहमार, गौरव इंसां, चानन इंसा, नवी इंसा, अंकित इंसा व कृष्ण संगवाल ने बताया कि गोरीवाला के वार्ड नंबर 5 की गली राजकीय प्राथमिक कन्या पाठशाला, गोशाला, दादा भोमिया मंदिर, पटवार भवन व उप तहसील कार्यालय को एक साथ जोड़ती है। जिस वजह से दिनभर इस गली में ग्रामीणों के साथ-साथ राहगीरों का आना जाना लगा रहता है। दूषित पानी की निकासी के लिए बनाई गई पुलिया पिछले कई महीनों से टूटी हुई थी। टूटी पुलिया के कारण आए दिन हादसे भी हो रहे थे। शिकायत के बाद भी प्रशासन ने सुनवाई नहीं की तो ग्रामीणों ने खुद चंदा इकट्ठा किया। इसके बाद टूटी पुलिया का निर्माण शुरू करवाया है।