16 दुर्घटना संभावित स्थानों की पहचान, ताकि न हो हादसे
जागरण संवाददाता सिरसा जिला में बढ़ रहे सड़क हादसों पर लगाम लगाने के लिए प्रशासन ने ि
जागरण संवाददाता, सिरसा : जिला में बढ़ रहे सड़क हादसों पर लगाम लगाने के लिए प्रशासन ने विशेष अभियान चलाया है। जिला में दुर्घटना संभावित स्थानों की पहचान की जा रही है ताकि उनकी खामियों को दूर किया जा सके। प्रशासन द्वारा जिला में ऐसे 16 स्थान चिन्हित किए हैं, जहां अक्सर हादसे होते हैं। --दुपहिया वाहन चालक होते हैं हादसे का शिकार पैदल चलने वाले व दुपहिया वाहन चालक होते हैं हादसों के शिकार
अभियान के दौरान सामने आया है कि सितंबर और अक्टूबर महीने में ज्यादा हादसे होते हैं। गांवों की सड़कों पर होने वाले हादसों में मृत्यु दर ज्यादा रहती है। अधिकतर हादसे शाम छह से नौ बजे के बीच होते है। पैदल चलने वाले तथा दुपहिया वाहन चालक हादसों के ज्यादा शिकार होते हैं इनका औसत 20 तथा 56 फीसद तक है। कुल दुर्घटनाओं में से 64 फीसद दुर्घटनाएं पैदल चलने वालों व सिर में चोट लगने के कारण होती है। --दुर्घटना वाली जगहों को लोग अंधविश्वास के कारण मानने लगते हैं भारी जिन स्थानों पर अक्सर सड़क हादसे होते हैं, लोग उस जगह को अंधविश्वास के चलते भारी कहना शुरू कर देते हैं। उस स्थान पर देवी देवता का मंदिर बना दिया जाता है। दुर्घटना संभावित जगहों पर दुर्घटना के क्या कारण है, उन्हें जानना चाहिए और उनको दूर किया जाना चाहिए।
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वर्ष 2016, 2017 व 2018 में हुए सड़क हादसों का ब्यौरा
वर्ष संख्या
2016 37
2017 25
2018 54
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16 दुर्घटना संभावित प्वाइंटस
- खैरेकां के पास
- भावदीन के पास
- गोल चौक डबवाली
- जलालआना-ओढां रोड
- सुरखाब चौक
- रानियां चुंगी वाइ जंक्शन
- बेगू गांव कट
- रेलवे क्रॉसिग डबवाली रोड, सिरसा
- ओढ़ां कालांवाली रोड, कालांवाली
- डबवाली संगरिया रोड, गांव शेरगढ़
- डा. पवन पारीक के अस्पताल के पास, ऐलनाबाद
- गांव मोरीवाला के पास
- जेसीडी के पास
- भूमण शाह चौक
- शिव चौक सिरसा
- जनता भवन रोड
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क्षेत्र में दुर्घटना संभावित स्थानों की पहचान की जा रही है। उन स्थानों में जो भी तकनीकी खामियां है, उन्हें दूर किया जाएगा, ताकि भविष्य में हादसे न हों। वाहन चलाते समय यातायात नियमों की पालना करें। शराब पीकर और बहुत ज्यादा गति से वाहन न चलाएं।
- राजेश चेची, डीएसपी