एक क्लिक पर मिलेगी गिरदावरी व इंतकाल की जानकारी
भूमि संबंधी कागजात लेने के लिए अब इंतजार नहीं करना पड़ेगा। राजस्
महेंद्र सिंह मेहरा, सिरसा
भूमि संबंधी कागजात लेने के लिए अब इंतजार नहीं करना पड़ेगा। राजस्व विभाग द्वारा जिले के सभी गांवों का भूमि संबंधी पूरा रिकॉर्ड ऑनलाइन किया जा रहा है। इससे एक क्लिक में ही भूमि की गिरदावरी व इंतकाल से लेकर पूरा रिकॉर्ड एक क्लिक में ही उपलब्ध हो सकेगा। राजस्व विभाग ने अभी तक 155 गांवों का रिकॉर्ड ऑनलाइन कर लिया है। दिसंबर तक जिले के सभी 338 गांवों का रिकॉर्ड ऑनलाइन कर लिया जाएगा। रिकॉर्ड ऑनलाइन करने के लिए 40 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है। गौरतलब है कि राजस्व विभाग द्वारा सभी गांवों के भूमि संबंधी रिकॉर्ड को ऑनलाइन करने के लिए जुलाई 2019 से कार्य शुरू किया गया था।
अंग्रेजों के जमाने का रिकॉर्ड किया जा रहा ऑनलाइन
राजस्व विभाग द्वारा 160 साल पुराने अंग्रेजों के जमाने का रिकॉर्ड ऑनलाइन किया जा रहा है। पहले लगभग रिकॉर्ड उर्दू में था। जिसे हिदी में किया जा रहा है। इसके लिए रिटायर्ड पटवारी से मदद ली जा रही है। विभाग के कार्यालय में नकल, जमाबंदी, कोर्ट केस से संबंधित रिकॉर्ड काफी पुराना हो चुका था। इन रिकॉर्ड को पहले कपड़े में बांधा हुआ था। जिससे जरूरत पड़ने पर रिकॉर्ड उपलब्ध करवाना मुश्किल होता था। इसके लिए समय भी काफी लग जाता था। जिससे तुरंत जानकारी लेने में काफी समय लग जाता था। टीन के डिब्बों में सुरक्षित रहेगा रिकॉर्ड
राजस्व विभाग द्वारा रिकॉर्ड ऑनलाइन किया जा रहा है। विभाग ने अभी तक करीब 8 हजार फाइलों के 30 लाख पेज स्कैन कर लिए हैं। विभाग द्वारा जैसे-जैसे फाइलें ऑनलाइन की जा रही हैं। इसके बाद फाइलें टिन की चादर से बने डिब्बों में रखी जा रही हैं। इसके लिए करीब 500 बाक्से कंपनी से मंगवाए गए हैं। जिससे पुराना रिकॉर्ड पूरी तरह सुरक्षित रहेगा। 85 वर्षीय लच्छीराम कर रहे अनुवाद
राजस्व विभाग द्वारा रिकॉर्ड ऑनलाइन करने के लिए गांव नुहियांवाली निवासी रिटायर्ड पटवारी लच्छीराम की मदद ली जा रही है। 85 वर्षीय लच्छीराम उर्दू के रिकॉर्ड को हिदी में अनुवाद कर रहे हैं। इसके लिए रिटायर्ड पटवारी को विभाग द्वारा प्रतिमाह दस हजार रुपये का वेतन दिया जा रहा है। लच्छीराम ने बताया कि विभाग में पहले से कार्यरत रहे हैं। उन्हें उर्दू पढ़नी लिखनी आती है। इससे अनुवाद करने में कोई परेशानी नहीं आ रही।
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राजस्व विभाग द्वारा रिकॉर्ड ऑनलाइन किया जा रहा है। इसके बाद भूमि का इंतकाल, भूमि की तकसीम, भूमि संबंधी अन्य जानकारी, गिरदावरी, भूमि की पैमाइश, पंचायती भूमि व अन्य दस्तावेज समय पर मिल सकेंगे। अभी तक 155 गांवों का रिकॉर्ड ऑनलाइन कर लिया गया है। ऑनलाइन रिकॉर्ड के लिए 40 कर्मचारी लगाए गए हैं। जैसे जैसे रिकॉर्ड ऑनलाइन किया जा रहा है। इसके बाद रिकॉर्ड को सुरक्षित रखने के लिए टीन के बक्सों में रखा जा रहा है। इससे पूरा रिकॉर्ड सुरक्षित रहेगा।
-सुशील कुमार पटवारी, इंचार्ज, रिकॉर्ड रूम, राजस्व विभाग।