ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए डोर टू डोर सर्वे शुरू
टीमों ने गांवों में घर-घर जाकर सिर दर्द बुखार सूखी खासी बदन दर्द समस्याओं बारे ली जानकारी
टीमों ने गांवों में घर-घर जाकर सिर दर्द, बुखार, सूखी खासी, बदन दर्द समस्याओं बारे ली जानकारी व ऑक्सीजन लेवल भी किया चेक
जागरण संवाददाता, सिरसा :
स्वास्थ्य विभाग ने ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमितों की पहचान करने के लिए शनिवार से गांवों में डोर टू डोर सर्वे कार्य शुरू कर दिया है। इस कार्य के लिए फील्ड टीम व हेडक्वार्टर टीमें बनाई गई है। सर्वे टीम स्वास्थ्य संबंधी डाटा एकत्रित कर रही है। इसी के साथ टीमों ने गांवों में घर-घर जाकर सिर दर्द, बुखार, सूखी खासी, बदन दर्द समस्याओं बारे ली जानकारी व ऑक्सीजन लेवल भी चेक किया। अगर कोई व्यक्ति कोरोना आशंकित पाया जाता है तो उसे नजदीकी हेडक्वार्टर टीम के पास स्वास्थ्य जांच व उपचार के लिए भेजा जाएगा। होम आइसोलेशन सेंटर बनाने के लिए कोरोना प्रभावित 71 गांव चिन्हित किए गये हैं। टीम सर्वे में ये पूछ रही है सवाल
गांव स्तर पर गठित इन फील्ड टीमों ने चयनित गांवों में घर-घर जाकर सर्वे का कार्य शुरू किया और ग्रामीणों व उनके परिवार के सभी सदस्यों के बारे में जानकारी प्राप्त की। सर्वे टीम ने ग्रामीणों को कोविड नियमों के बारे में जागरूक किया। इसी के साथ परिवार में किसी को कोरोना के लक्षण संबंधित सवाल पूछे। सर्वे के दौरान ग्रामीणों को ऑक्सीजन लेवल भी चेक किया गया। इसके साथ-साथ अगर किसी व्यक्ति में कोविड के लक्षण पाए जाते हैं तो उन्हें दवाइयों की किट भी दी जाएगी। उपायुक्त ने सहयोग करने की अपील
उपायुक्त प्रदीप कुमार ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि उनके घरों में आने वाली सर्वे टीम का पूर्ण सहयोग करें और सही जानकारी दर्ज करवाएं ताकि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। उन्होंने बताया कि सर्वे के दौरान यदि किसी व्यक्ति में कोरोना लक्षण पाए जाते हैं तो उन्हें होम आइसोलेशन में रहने और चिकित्सक के परामर्श अनुसार दवा लेने की सलाह भी दी जाती है। इसके अलावा गांवों में बनाए गए ग्रामीण आइसोलेशन सेंटर में भी व्यवस्थाओं के बारे में बताया जा रहा है। कोविड नियमों की पालना के लिए किया जा रहा है जागरूक
सर्वे का कार्य उप सिविल सर्जन डा. रोहताश की देखरेख में किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि फील्ड में सर्वे टीम के सदस्यों में आशा वर्कर, आंगनबाड़ी वर्कर, अध्यापक, ग्राम सचिव तथा एंटीजन टेस्टिग सैंपल लेने वाला सदस्य शामिल है। फील्ड टीमों द्वारा चयनित गांवों में घर-घर जाकर ग्रामीणों को कोरोना से बचाव के नियमों की पालना की जानकारी दी जा रही है तथा उनका ऑक्सीजन लेवल भी चैक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस कार्य में ग्रामीण फील्ड टीमों का पूर्ण सहयोग दें और स्वास्थ्य संबंधी सही जानकारी बताएं ताकि कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोका जा सके।