तीसरे दिन जारी रहा किसानों का धरना, कांग्रेस नेता केवी सिंह ने सुनी समस्या
सोमवार को गांव डबवाली के किसानों ने कालांवाली रोड पर धरना तीसरे दिन भी जारी रहा। किसान करीब 650 एकड़ जमीन के लिए सरकारी रास्ते को बंद किए जाने की आशंका के कारण एनएचएआइ तथा भारत माला परियोजना के तहत अमृतसर-जामनगर सिक्स लेन का निर्माण कर रही वीआरसी कंपनी के खिलाफ धरने पर बैठे है।
संवाद सहयोगी, डबवाली: सोमवार को गांव डबवाली के किसानों ने कालांवाली रोड पर धरना तीसरे दिन भी जारी रहा। किसान करीब 650 एकड़ जमीन के लिए सरकारी रास्ते को बंद किए जाने की आशंका के कारण एनएचएआइ तथा भारत माला परियोजना के तहत अमृतसर-जामनगर सिक्स लेन का निर्माण कर रही वीआरसी कंपनी के खिलाफ धरने पर बैठे है। किसानों के बीच वरिष्ठ कांग्रेस नेता डा. केवी सिंह पहुंचे और किसानों की समस्याएं सुनी।
किसानों ने बताया कि भारत माला प्रोजेक्ट के तहत बनाई जा रही सिक्स लेन सड़क पर उनके खेत आते हैं। उन्होंने बताया कि सीएच 30 283 पर गांव डबवाली का सरकारी रास्ता 16.5 फीट है। जिसके साथ सरकारी पानी का खाल 11 फीट है। इस रास्ते पर अंडरपास की बेहद सख्त जरूरत है ताकि ग्रामीण या किसान अपने खेतों में आने जाने की व्यवस्था कर सकें। सर्विस रोड बनाने की मांग भी रखी। ताकि उनके ट्रैक्टर, मशीनें और अन्य साधन अंडरपास के जरिए गुजर सके।
किसानों ने यह भी बताया कि जो खाल अस्थाई बनाया गया है, वह ऊंचा नीचा होने के कारण खेतों में पानी नहीं लग सकेगा। उसका कोई समाधान करवाया जाए। इस पर केवी सिंह ने मौके पर ही साइट इंचार्ज से बात करते हुए वहां पर एक पाइप डालने को कहा ताकि नहर आने पर किसानों के खेतों को पानी लग सके।
सिरसा : अनुबंधित कर्मचारी संघ हैफेड के कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर जिला प्रबंधक हैफेड कार्यालय में मांग पत्र सौंपा । कर्मचारियों ने डीएम साहब की अनुपस्थित में डीजीएम सुभाष शर्मा को मांगपत्र सौंपा। डीजीएम ने कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि वे उनकी मांगों को पूरी करवाने की कोशिश करेंगे। इस अवसर पर जिला प्रधान सतीश कुमार, उप प्रधान ऐलनाबाद गुरमीत सिंह, प्रदेश महासचिव सुरेश डांगरा, पवन कुमार, प्रीतमदास, अशोक, विजय, कालूराम व अन्य कर्मचारी मौजूद रहे। डीजीएम को सौंपे मांगपत्र में कर्मचारियों ने मांग की कि इग्गल सिक्योरिटी द्वारा हटाए गए कर्मचारियों को दोबारा लगाया जाए और उनका डाटा कौशल रोजगार निगम में अपलोड किया जाए। पीएफ व इएसआइ की राशि जमा करवाई जाए। डीसी रेट के अनुसार वेतन दिया जाए और एरियर का बकाया भुगतान किया जाए। कर्मचारियों ने कहा कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई तो वे धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।