घरों में ही पढ़े ईद उल फितर की नमाज
कोरोना महामारी रोकने के लिए लगाए लॉकडाउन ने ईद उल फितर क
जागरण संवाददाता, सिरसा : कोरोना महामारी रोकने के लिए लगाए लॉकडाउन ने ईद उल फितर की रौनक कम कर दी है। इस बार ईद पर रानियां रोड स्थित ईदगाह तथा सदर बाजार स्थित जामा मस्जिद में ईद उल फितर की नमाज नहीं पढ़ी जाएगी। मुस्लिम संप्रदाय के लोग अपने घरों पर रहकर ही नमाज पढ़ेंगे। ईदगाह व मस्जिदें बंद रहेगी। नमाज के बाद लोग एक दूसरे को त्योहार की मुबारकबाद देंगे। इससे पहले रानियां गेट स्थित ईदगाह में नमाज पढ़ी जाती थी, जहां सैकड़ों की संख्या में लोग एकत्रित होते थे।
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60 वर्षीय मो. सुलेमान बोले, 33 साल से इमाम हूं, पहली बार अनोखी होगी ईद
सदर बाजार स्थित जामा मस्जिद के इमाम मो. सुलेमान ने बताया कि वह सात साल की उम्र में नमाज पढ़ने लगा था। 60 साल की उम्र हो गई है, और यह मेरी जिदगी की 50वीं नमाज होगी, जो कुछ अजीब होगी। यह भी खुदा का हुकम ही है। हिदुस्तान ही नहीं पूरे विश्व में महामारी रोकने के लिए ईद घरों में ही मनाई जा रही है। ईद के मौके पर अपने घरों में ही नमाज पढ़े। सजका ए फितर निकालें तथा अपने घरों के आसपास रहने वाले गरीबों की मदद करें। उनके लिए कम से कम एक दिन के खाने का इंतजाम करें। रमजान महीने में जकात निकालें ताकि कोई भूखा न सोए। जरूरतमंदों, यतिमों, निशक्तों की मदद करें।
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ईद की मुबारकबाद देने पहुंचे जेजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश प्रभारी
ईद उल फितर की पूर्व संध्या पर जेजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश प्रभारी मौसिन खान चौधरी सुरतगढि़या बाजार निवासी डा. हलीम अख्तर मलिक के आवास पर ईद की मुबारकबाद देने पहुंचे। इस अवसर पर हरियाणा मुस्लिम खिदमत सभा के प्रधान ताज मोहम्मद, अबकर माधोसिघाना, बादशाह खान, सलामदीन, यासीन खान, हलीम कुरैशी, मेघा खान बंगाली, डा. खरीफ मलिक, साजिद, रेहान मौजूद रहे। मौसिन खान ने जिलावासियों को ईद की मुबारकबाद दी और लोगों से अपने घरों में ही नमाज पढ़ने की अपील की।