66 साल पुरानी प्राथमिक पाठशाला को अपग्रेड करने की मांग
नगरपरिषद कार्यालय के समीप स्थित करीब साढ़े छह दशक पुरानी राजकीय
संवाद सहयोगी, डबवाली। नगरपरिषद कार्यालय के समीप स्थित करीब साढ़े छह दशक पुरानी राजकीय प्राथमिक पाठशाला को अपग्रेड करने की मांग उठी है। इस संबंध में पूर्व पार्षद युद्धवीर रंगीला ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को मांग पत्र भेजा है।
रंगीला के अनुसार राजकीय प्राथमिक पाठशाला नंबर एक को अपग्रेड करने की जरूरत है। चूंकि यह पाठशाला वर्ष 1955 में स्थापित हुई थी। शहर की पहली प्राथमिक पाठशाला होने के बावजूद अपग्रेड नहीं हुई। जबकि बाद में बने पाठशाला या स्कूल अपग्रेड हो गए। पूर्व पार्षद के मुताबिक पाठशाला हरियाणा तथा पंजाब सीमा पर स्थित है। बच्चों की संख्या अच्छी है। बच्चे करीब एक से दो किलोमीटर दूर से पैदल चलकर पहुंचते है। पाठशाला के पास पर्याप्त जगह है। अधिक जगह की जरूरत पड़ती है तो इसके साथ पुरानी कचहरी की बिल्डिग लगती है, जो काफी वर्षों से खाली एवं खंडहर पड़ी है। जिसे किसान भवन के लिए मार्केट कमेटी ने नगरपरिषद से पट्टे पर लिया था। किसान भवन नई अनाज मंडी में वर्षों पहले बन चुका है। उपरोक्त पाठशाला अपग्रेड होती है तो बच्चों की शिक्षा निर्बाध जारी रह सकती है।
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बच्चों की राह हो जाएगी मुश्किल
रंगीला के अनुसार सरकार शिक्षा को बेहतर करने के लिए माडल संस्कृति विद्यालय बना रही है। जोकि सराहनीय कदम है। लेकिन जरुरतमंद परिवारो के बच्चों में मायूसी है, चूंकि माडल संस्कृति विद्यालयों में एडमिशन के अलावा मासिक फीस ली जाएगी। जोकि उपरोक्त क्षेत्र के लिहाज से ज्यादा है। ऐसे में प्राथमिक पाठशाला में शिक्षा प्राप्त कर रहे बच्चों की राह मुश्किल हो जाएगी।
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प्राथमिक पाठशाला काफी पुरानी है। लेकिन अपग्रेड करने की प्रक्रिया तथा नियम है। नियमों के मुताबिक छात्र संख्या, आस-पास स्थित स्कूलों की छात्र संख्या, उनकी दूरी, स्कूल में उपलब्ध कमरों की संख्या आदि देखे जाते हैं। उसके बाद ही फैसला लिया जाता है। लोगों ने मांग उठाई है तो उच्च अधिकारी जैसा आदेश करेंगे, वैसे कार्रवाई की जाएगी।
- रानी देवी, खंड शिक्षा अधिकारी, डबवाली।