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हरियाणा-पंजाब के सीमावर्ती इलाके में यूरिया की कालाबाजारी

यूरिया के लिए मारामारी बनी हुई है तो मुनाफाखोर चांदी कूट रहे ह

By JagranEdited By: Published: Fri, 21 Jan 2022 11:21 PM (IST)Updated: Fri, 21 Jan 2022 11:21 PM (IST)
हरियाणा-पंजाब के सीमावर्ती इलाके में यूरिया की कालाबाजारी
हरियाणा-पंजाब के सीमावर्ती इलाके में यूरिया की कालाबाजारी

संवाद सहयोगी, डबवाली : यूरिया के लिए मारामारी बनी हुई है तो मुनाफाखोर चांदी कूट रहे है। किसानों से 265.50 रुपये के बैग के बदले 390 से 400 रुपये वसूल किए जा रहे हैं। मुनाफाखोरी का यह खेल डबवाली में खूब चल रहा है। खेल में हरियाणा के आढ़ती तो पंजाब के खाद विक्रेता शामिल है। शुक्रवार को एक किसान के स्टिग के बाद हरियाणा-पंजाब के किसान संगठनों ने मंडी किलियांवाली स्थित गोदाम के समक्ष धरना लगा दिया।

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दरअसल, डबवाली के गांव चट्ठा के किसान को गेहूं के लिए 30 बैग यूरिया चाहिए थी। वह पिछले करीब एक सप्ताह से चक्कर काट रहा था। आढ़ती ने किसान से प्रति बैग 400 रुपये मांगे। बहन की शादी का वास्ता देकर किसान ने रुपये कम करने की मांग की। शुक्रवार को प्रति बैग 390 रुपये में सौदा तय हो गया। आढ़ती ने नई अनाज मंडी स्थित दुकान पर उससे 7800 रुपये ले लिए। डबवाली की पुरानी अनाज मंडी में बैंक के समीप स्थित दूसरी दुकान पर 5700 रुपये लेकर उसे पंजाब के खाद विक्रेता के गोदाम में भेज दिया। मंडी किलियांवाली (श्री मुक्तसर साहिब) में महाराजा मैरिज पैलेस के समीप स्थित एक गोदाम से यूरिया के बैग उठाए गए।

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किसानों ने शिकायत दर्ज करवाई

गांव चट्ठा के किसान बलवीर सिंह, बुध सिंह, बलकार सिंह, परमजीत सिंह ने सीमावर्ती इलाके में चल रहे मुनाफाखोरी के खेल की शिकायत डबवाली के एसडीएम राजेश पूनिया, कृषि विभाग उपमंडल डबवाली के अधिकारी डा. जितेंद्र सिंह अहलावत को दर्ज करवाई है। किसानों ने संबंधित आढ़ती तथा खाद विक्रेता के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। कृषि विभाग ने मामला पंजाब से संबंधित होने की बात कहकर पल्ला झाड़ दिया है। तो किसानों ने गोदाम के आगे धरना शुरू कर दिया है। भारतीय किसान यूनियन पंजाब की लंबी इकाई भी समर्थन में आ गई है। किसान नेता गुरपाश सिंह सिघेवाला, जसवीर सिंह भाटी शेरगढ़, गुरप्रेम सिंह देसूजोधा ने कहा कि ऐसे लोगों को सजा मिलनी चाहिए।

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डबवाली में सप्ताहभर से यूरिया नहीं है। नियमानुसार हरियाणा के किसान को राज्य में ही यूरिया मिल सकती है। पड़ोसी सूबे पंजाब में भी यही नियम है। चट्ठा गांव का किसान लिखित में शिकायत दर्ज करवाए। मामले की जांच की जाएगी। सुबह मेरे पास एक किसान का फोन आया था, उसने बताया था कि पंजाब में बने एक गोदाम से यूरिया ली है। मामला पंजाब का है। फिर हम शिकायत के आधार पर जांच करने को तैयार है।

- डा. जितेंद्र सिंह अहलावत, एसडीओ, कृषि विभाग डबवाली।


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