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आशा वर्करों ने किया प्रदर्शन, भूमणशाह चौक पर पहुंचकर सौंपा बिजली मंत्री के नाम ज्ञापन

जागरण संवाददाता सिरसा आशा वर्कर्स यूनियन ने लंबित मांगों को लेकर बिजली मंत्री चौ. रणजीत ि

By JagranEdited By: Published: Tue, 10 Nov 2020 06:57 AM (IST)Updated: Tue, 10 Nov 2020 06:57 AM (IST)
आशा वर्करों ने किया प्रदर्शन, भूमणशाह चौक पर पहुंचकर सौंपा बिजली मंत्री के नाम ज्ञापन
आशा वर्करों ने किया प्रदर्शन, भूमणशाह चौक पर पहुंचकर सौंपा बिजली मंत्री के नाम ज्ञापन

जागरण संवाददाता, सिरसा : आशा वर्कर्स यूनियन ने लंबित मांगों को लेकर बिजली मंत्री चौ. रणजीत सिंह के नाम ज्ञापन सौंपा। इससे पहले जिला भर की आशा वर्कर लघु सचिवालय में इकट्ठी हुई जहां से नारेबाजी करते हुए बरनाला रोड स्थित भूमणशाह चौक पहुंची। आशा वर्करों के रोष प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस द्वारा व्यापक सुरक्षा प्रबंध किए गए थे। आशा वर्करों ने अपनी मांगों संबंधित ज्ञापन बिजली मंत्री के पीए को सौंपा। जिला प्रधान कलावती माखोसरानी व जिला सचिव सिलोचना ने बताया कि अपनी मांगों को लेकर आशा वर्कर काफी समय से संघर्ष कर रही हैं। लेकिन अभी तक सरकार व विभाग की ओर से उन्हें निराशा ही हाथ लगी है। सरकार बार-बार-आश्वासन देकर कर्मचारियों का दोहरा शोषण कर रही है। न तो कर्मचारियों को समय पर वेतन मिल रहा है और न ही उनकी मांगों को पूरा किया जा रहा है। अगर सरकार ने जल्द उनकी मांगों को लेकर ठोस आश्वासन नहीं दिया तो उन्हें बड़े आंदोलन की नींव रखनी पड़ेगी, जिसकी जिम्मेदार सरकार होगी। इस मौके पर सीटू जिला सचिव विजय ढुकड़ा, एसकेएस जिला प्रधान मदनलाल खोथ, पीटीआई जिला सचिव सतपाल, विकल पचार, जिला कोषाध्यक्ष पुष्पा, चौपटा ब्लॉक प्रधान रेखा, ओढां से रीना, कालांवाली से नजीरा, ऐलनाबाद से सपना, सिरसा से पायल, बड़ागुढ़ा से गीता व माधोसिघाना से दर्शना उपस्थित थे। ----------- ये हैं आशा वर्कर्स की मांगें : आठ एक्टिविटी का काटा गया 50 फीसद भी तुरंत वापस लागू किया जाए। कोविड-19 में काम कर रही आशाओं को जोखिम भत्ते के तौर पर 4000 रुपये दिए जाए। कोविड-19 के लिए दिए जा रहे एक हजार रुपये प्रोत्साहन राशि का 50 फीसद दिया जाए। गंभीर रूप से बीमार या दुर्घटना के शिकार आशाओं को सरकार के पैनल अस्पतालों में उपचार की सुविधा दी जाए। आशाओं को ग्राम स्तरीय स्थाई कर्मचारी बनाया जाए। जब तक पक्का कर्मचारी नहीं बनाया जाता, तब तक हरियाणा सरकार का न्यूनतम वेतन दिया जाए और इसे महंगाई भत्ते के साथ जोड़ा जाए। ईएसआई एवं पीएफ की भी सुविधा दी जाए। आशा वर्कर्स को हेल्थ वर्कर का दर्जा दिया जाए। 2018 के नोटिफिकेशन के सभी निर्णयों को तुरंत लागू किया जाए। 10वीं से कम पढ़ी हुई किसी भी आशा की किसी भी सूरत में छंटनी नहीं की जाए। आशा के रिटायरमेंट की उम्र 65 साल रहे।

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