देवीलाल पार्क में हुए इकट्ठे, भगत ¨सह स्टेडियम में पहुंच दी कर्मचारियों ने गिरफ्तारियां
विभिन्न विभागों के कर्मचारियों ने मंगलवार को सर्व कर्मचारी संघ के
जागरण संवाददाता, सिरसा : विभिन्न विभागों के कर्मचारियों ने मंगलवार को सर्व कर्मचारी संघ के बैनर तले जेल भरो आंदोलन चलाया। बरनाला रोड स्थित देवीलाल पार्क में कर्मचारी इकट्ठा हुए, जहां उन्होंने बैठक की और बाद में जुलूस की शक्ल में सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए लघु सचिवालय की ओर रवाना हुए। रास्ते में भगत ¨सह खेल परिसर स्टेडियम के निकट पुलिस कर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को रोका और उन्हें स्टेडियम में बनाई अस्थायी जेल में भेज दिया। शहर थाना प्रभारी विनोद काजला ने सभी कर्मचारियों की गिरफ्तारी के आदेश दिए। स्टेडियम में प्रदर्शनकारियों की बकायदा गिनती की गई। बाद में ड्यूटी मजिस्ट्रेट विद्युत निगम के एक्सईएन गुलशन वधवा ने कर्मचारियों की रिहाई के आदेश दिए। करीब दो घंटा चली कार्रवाई के बाद पुलिस प्रशासन ने गिरफ्तार कर्मचारियों की संख्या 256 बताई, जिनमें 220 पुरुष व 36 महिलाएं थी, तो सर्व कर्मचारी संघ आंदोलन में 700 से अधिक प्रदर्शनकारी होने के दावे कर रहा था। कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान करने की बजाय काले कानून लगा रही है सरकार
जेल भरो आन्दोलन की अध्यक्षता सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान मदनलाल खोथ ने की। मंच का संचालन जिला सचिव सोहन सिह रंधावा ने किया। देवीलाल पार्क में उपस्थित कर्मचारियों को उन्होंने कहा कि आज पूरे हरियाणा प्रदेश में सर्व कर्मचारी संघ राज्य सरकार की संवेदनहीनता, हठधर्मिता और तानाशाही के खिलाफ जेल भरो आन्दोलन कर रहा है। 10 सितंबर के सर्व कर्मचारी संघ के विधानसभा घेराव के दौरान अलोकतांत्रिक तरीके से किए गए लाठीचार्ज के खिलाफ आन्दोलन उग्र गति पकड़ रहा है। मौजूदा भाजपा सरकार कर्मचारियों की मांगों का समाधान करने की बजाय आंदोलन को लंबा कर रही है। ब्लॉक प्रधान लछमन दास चलाना व सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रवक्ता राजेश भाकर ने बताया कि सरकार जायज मांगों का समाधान वार्ता के द्वारा निकालने के बजाय सत्ता के नशे में चूर होकर कर्मचारियों, महिलाओं पर लाठियां बरसा रही है जिसे कर्मचारियों में भारी गुस्सा है। कर्मचारियों में भारी गुस्सा है और राज्य सरकार आंदोलन को दबाने के लिए बार-बार एस्मा जैसे काले कानून का प्रयोग कर रही है। जेल भरो आंदोलन को सीटू एवं किसान सभा सहित अन्य कई संगठनों ने पूर्ण रुप से समर्थन दिया। मांगें नहीं मानी तो 15 नवंबर से होगी अनिश्चितकालीन हड़ताल
सरकार से सर्व कर्मचारी संघ मांग करता है कि कर्मचारियों की जायज मांगों का समाधान बैठकर वार्ता के द्वारा हल करें अन्यथा सरकार के खिलाफ कर्मचारी उग्र आंदोलन करने पर मजबूर होंगे। राज्य सरकार के कैबिनेट मंत्रियों के आवास पर 28 अक्टूबर को सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा घेराव करेगा और इससे पहले 20 सितंबर से 25 अक्टूबर तक प्रदेश के तमाम केबिनेट मंत्रियों के हलकों के अंदर जाकर सर्व कर्मचारी संघ सरकार के द्वारा लागू की जा रही नीतियों का प्रचार करेंगे और सरकार की पोल खोलेंगे। सरकार समय रहते अपनी हरकतों से बाज आए नहीं तो मजबूर होकर प्रदेश के सभी विभाग 15 नवंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
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ये कर्मचारी भी रहे उपस्थित
आन्दोलन को सीटू के विजय ढुकडा, भवन निर्माण से नथूराम भारुखेडा, आशा वर्कर यूनियन से जिला प्रधान कलावंती माखोसरानी एवं मंजू रानी, मिड डे मिल से राजरानी, आंगनबाड़ी यूनियन से प्रोमिला चौधरी, किशना देवी, अध्यापक संघ से बूटा सिह, सुनील यादव, बीज विकास से राम राज राय, बिजली युनियन से अविनाश कम्बोज, हेमशा से त्रिलोक नागोकी, रिटायर कर्मचारि संघ से जसवंत, किशोरी लाल मेहता, बहु उद्देश्यीय स्वास्थय कर्मचारी यूनियन से सुनीता सेठी, राजेश, किसान सभा से गुरतेज, गुरदीता, रोडवेज यूनियन से सुरजीत अरोडा, ¨सचाई विभाग से अशोक पटवारी, महेन्द्र शर्मा, नगर पालिका से चन्द्र शेखर, मनोज, दमकल विभाग से रणवीर, राजेश, सुखदेव, ग्रामीण सफाई से सुभाष भट्टी, चौपटा ब्लॉक से प्रताप सहित अनेक कर्मचारी उपस्थित थे।
कर्मचारियों के जेल भरो आंदोलन को देखते हुए लघु सचिवालय के आगे पुलिस बल तैनात किया गया था। रोडवेज की बसें भी लगाई गई थी परंतु पुलिस द्वारा रोकने पर कर्मचारी भगत ¨सह स्टेडियम में बनाए गई अस्थायी जेल में पहुंच गए और वहां जाकर गिरफ्तारियां दी।