जमीन न रजवाहा, रामभरोसे बना दिया 50 करोड़ का प्रोजेक्ट
सिरसा : पेयजल सप्लाई नहरी पानी से करने की मांग अभी पूरी होने वाली नहीं
जागरण संवाददाता, सिरसा : पेयजल सप्लाई नहरी पानी से करने की मांग अभी पूरी होने वाली नहीं है। धरने प्रदर्शनों के बाद प्रोजेक्ट तो बना है पर वो भी राम भरोसे। विभाग प्रोजेक्ट सिरे चढ़ाने के लिए जमीन ही नहीं तलाश पाया और जब जमीन की भी जानकारी नहीं तो किस नहर से जुड़ेगा यह भी तय नहीं हो सकता। ऐसे में बने प्रोजेक्ट पर सवालिया निशान लग रहे हैं।
जिला परिषद जरनैल सिंह चंदी और नगर पालिका चेयरमैन व अन्य शहरवासियों ने नहरी पानी की मांग को लेकर आंदोलन खड़ा कर दिया। पहले अलग-अलग हिस्सों से पेयजल के सैंपल लिए गए। सैंपल फेल हो गए, जिसके बाद नहरी पानी की मांग ने जोर पकड़ लिया। अगस्त में दिए धरने के बाद अधिकारी सक्रिय हो गए। उपायुक्त ने साफ कर दिया कि नहरी पानी उपलब्ध करवाया जाएगा। 58 एकड़ में बनेगा जलघर
जन स्वास्थ्य विभाग ने रानियां ने नहरी जलघर की उपलब्धता के लिए 49.91 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट तैयार किया है। वर्ष 2016 से प्रोजेक्ट बनाने का काम शुरू हुआ। जुलाई में प्रोजेक्ट पर चर्चा की गई और इसे बनाए जाने के निर्देश हुए। इसी दौरान रानियां में फिर से आंदोलन हो गया, जिसके बाद प्रोजेक्ट तेजी से आगे बढ़ा। इस प्रोजेक्ट में 58 एकड़ जमीन की आवश्यकता है। 49.91 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट के लिए विभाग जमीन ही नहीं तलाश पाया। ई भूमि पोर्टल पर भी नहीं डाली गई एंट्री
जनस्वास्थ्य विभाग इस प्रोजेक्ट को लेकर गंभीर नहीं दिखा। न ही तो चिह्नित किए जाने वाली भूमि के बारे में सुझाव दिए गए और न ही भूमि अधिग्रहण या खरीद के लिए ई भूमि पोर्टल पर एंट्री डाली गई। जब जमीन की तलाश पूरी होगी तभी नहर से जलघर को जोड़ने का खाका खींचा जा सकेगा। रानियां में नगर पालिका के पास जमीन नहीं है। प्रोजेक्ट में जमीन की कीमत को तो शामिल किया गया है। जमीन के लिए ई भूमि पोर्टल पर एंट्री डाली जानी शेष है। इसके बाद ही कार्रवाई आगे बढ़ पाएगी। रानियां के साथ बणी डिस्ट्रीब्यूटरी है, इससे नहरी पानी लिया जा सकता।
- समीर जोइया, कनिष्ठ अभियंता, जन स्वास्थ्य विभाग लोगों को शांत करने के लिए अधिकारी प्रोजेक्ट का नाम ले रहे हैं। जमीन की ही तलाश पूरी नहीं हो पाई है, ऐसे में प्रोजेक्ट कब सिरे चढ़ेगा। अब आंदोलन ही रास्ता बचता है, वरना ऐसे तो नहरी पानी की मांग वर्षो बाद भी पूरी नहीं हो पाएगी।
- जरनैल ¨सह चंदी, जिला पार्षद, सिरसा