सात घंटे रूक-रूककर 48 एमएम बरसे मेघा, पानी से लबालब हो गया शहर
सुबह चार बज शुरू हुई हल्की बूंदाबांदी और 1030 बजे के बाद तेज बा
जागरण संवाददाता, सिरसा: सुबह चार बज शुरू हुई हल्की बूंदाबांदी और 10:30 बजे के बाद तेज बारिश ने जहां शहर वासियों को घर में बैठने को मजबूर कर दिया। वहीं किसानों के चेहरों पर रौनक छा गई। सिरसा में 48 एमएम बारिश से शहर के सभी चौक और चौराहे पानी से लबालब नजर आए। बारिश के दौरान हिसार रोड डिवाइडरों तक पानी भरा हुआ नजर आया। जबकि सुरखाब चौंक से लेकर परशुराम चौक तक पहुंचने के लिए वाहन भी जवाब देते हुए नजर आए। और लोग एक तरफ खड़े होकर पानी निकासी होने के इंतजार में नजर आए। जबकि जन स्वास्थ्य विभाग के द्वारा किए जा रहे प्रयास भी विफल होते नजर आ रहे है।
शहर में 42 एमएम बारिश ने लोगों का घरों से निकलना ही बंद कर दिया। अगर कोई व्यक्ति वाहन लेकर बाहर निकलने का प्रयास करता तो वाहन भी बीच सड़क में ही जबाव दे देता। जबकि यहां पर पैदल चलने वाले लोग भी सोच समझ कर पैर रखते हुए नजर आए। ऐसा ही कुछ हाल सभी जगह पर दिखाई दिया। वहीं किसानों को इससे काफी लाभ मिला है। पिछले लंबे समय से किसानों को अच्छी बारिश होने की जरूरत थी। ताकि नरमे, कपास, ग्वार, जवान और अन्य फसलों को पानी प्राप्त हो सके। ऐसे में जिलेभर में बारिश होने के कारण किसानों का यह इंतजार भी अब खत्म हो चुका है। किसानों को अब दो सप्ताह तक फसलों की सिचाई करने की आवश्यकता नहीं है। ऐसे में अगर इस तरह की बारिश लंबे समय तक चलती है तो किसानों की फसल खराब होने की कगार पर भी पहुंच सकती है।
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यहां हुई इतनी बारिश
स्थान एमएम
सिरसा 48
झंडा 20
नहराना 15
महबूबशहर 10
कालांवाली 10
ओटू 08
रोड़ी 02
गोलेवाला 02
खुइयां 02
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शहर में यहां पर हुआ जलभराव
बारिश के कारण शहर का बस स्टैंड भी पानी से भरा हुआ नजर आया। वहीं शहर का हिसार रोड, बरनाला रोड, सुरखाब चौक से परशुराम चौक, सागवान चौक, सुखदेव सिंह चौक से अनाज मंडी, शिव चौक से अनाज मंडी, शिव चौक से सुरतगढि़या चौक, अग्रसेन कालोनी व रानियां रोड भी पूरी तरह से जल में समाया हुआ नजर आया।
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बारिश के कारण कई सड़कें धंसी, लोगों में रोष
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संवाद सहयोगी, कालांवाली
वहीं बरसात के कारण कालांवाली के आरा रोड, पंजाब बस स्टैंड, अनाज मंडी के गेटों पर, मार्केट कमेटी के पीछे वाली रोड पर जलभराव होने के कारण उस माग पर जाने वाले राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं बरसात के कारण शहर में अनेक स्थानों पर सड़कें धंस गई। शहर के वार्ड नौ में गली ओमप्रकाश चुडियां वाली, गली हरगोबिद व अन्य गलियों में सड़कें धंस जाने से गहरे गड्ढे बन गए जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
इस संबंध में गलीवासी दर्शन लाल, हन्नी गोयल, जनक राज, तरणजीत सिंह, शीलू मेहता ने बताया कि गलियों का लेवल सही न होने के कारण व बरसाती पानी की निकासी का कोई उचित प्रबंध न होने से बरसाती पानी गलियों में जमा रहता है ऐसे में सड़के धंस जाती है यदि बरसाती पानी की निकासी सही तरीके से हो तो उक्त समस्या का सामना न करना पड़े।
जबकि मार्केट कमेटी द्वारा कुछ वर्ष पूर्व बरसाती पानी की निकासी के लिए अनाज मंडी के गेटों के पास लाखों रुपये खर्च कर बोरवेल लगाए गए थे लेकिन इसके बावजूद भी अनाज मंडी के गेटों पर व अनाज मंडी के अंदर तक जलभराव हो जाता है। यही नहीं बरसाती पानी मार्केट कमेटी में अंदर घुस जाता है। भारत विकास परिषद के दिनेश गर्ग ने कहा कि सरकार सड़कों के निर्माण पर करोड़ों रूपये खर्च कर देती है परंतु बरसाती पानी की निकासी की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जाता।
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बरसात से गिरी मकान की छत
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संवाद सहयोगी, कालांवाली : रूक-रूक हो रही बरसात के कारण गांव कालांवाली में एक मकान के कमरे की छत गिरने से सामान दबकर नष्ट हो गया। हादसे में मकान मालिक को चोट लगी है। बृहस्पतिवार को बरसात से गांव कालांवाली की प्रजापत धर्मशाला के पास रहने वाले बलवंत सिंह के मकान के एक कमरे की छत गिर गई। इस हादसे में बलवंत सिंह को चोटें लगी, वहीं कमरे में पड़ी अलमारी, बेड, चारपाई, कुर्सियां, सूंदक, पेटी आदि सामान मलबे के नीचे दब जाने से नष्ट हो गया।
बलवंत सिंह ने बताया कि बरसात होने से छत में पानी टपक रहा था जिस कारण वह छत पर मिट्टी डाल रहा था कि धडाम से छत गिर गई। संयोगवश उस समय कमरे में कोई मौजूद नहीं था।