Move to Jagran APP

4.12 करोड़ के स्ट्रीट लाइट प्रोजेक्ट पर लापरवाही का साया

स्ट्रीट लाइट व्यवस्था पर नगर परिषद 4.12 करोड़ रुपये खर्च कर रही है

By JagranEdited By: Published: Mon, 01 Feb 2021 06:36 AM (IST)Updated: Mon, 01 Feb 2021 06:36 AM (IST)
4.12 करोड़ के स्ट्रीट लाइट प्रोजेक्ट पर लापरवाही का साया
4.12 करोड़ के स्ट्रीट लाइट प्रोजेक्ट पर लापरवाही का साया

संवाद सहयोगी, डबवाली : स्ट्रीट लाइट व्यवस्था पर नगर परिषद 4.12 करोड़ रुपये खर्च कर रही है। शहर के काफी हिस्सों में कार्य पूरा हो चुका है। साथ ही खामियां नजर आने लगी हैं। चौटाला रोड पर शहर थाना से लेकर लघु सचिवालय तक लाइट शुरू होते ही बंद हो गई है। दुकानदार शिकायत करते हैं, तो जवाब मिलता है कि लोड ज्यादा होने की वजह से ट्रिपिग हो रही है। कॉलोनी रोड पर करीब दो माह पूर्व लाइट लगाई गई थी। करीब दो घंटे तक लाइट सही जली, उसके बाद आज तक बंद पड़ी है। कहने को स्ट्रीट लाइट का कार्य अंतिम चरण में पहुंच गया है। शहर में मुख्य चौक पर लाइट लगाई गई हैं। इसी सप्ताह परशुराम चौक पर कार्य पूरा हुआ है। जैसे ही लाइट ऑन की तो उसके बाद बुझी नहीं। कारण बताया जाता है कि लोड अधिक होने के कारण स्विच जल गया। अब सवाल है कि ये लाइट कितने दिन तक प्रकाश फैलाएंगी या फिर लोड पर नियंत्रण न होने से जल जाएंगी।

loksabha election banner

----

ठेकेदार नहीं करता सुनवाई

कॉलोनी रोड निवासी संदीप तनेजा ने बताया कि मेहता स्ट्रीट की नुक्कड़ पर स्ट्रीट लाइट लगाई गई थी। उसी दिन बंद हो गई। 27 नवंबर 2020 तथा 11 जनवरी 2021 को ठेकेदार को कॉल कर चुका है। आज तक लाइट ठीक करने कोई नहीं पहुंचा है। उसके साथ ही एक अन्य लाइट लगी हुई है, उसको वायर से कनेक्ट नहीं किया हुआ। ठेकेदार कोई सुनवाई ही नहीं करता।

----

लोड अधिक है, इसलिए ट्रिपिग हो रही

चौटाला रोड के दुकानदार अंग्रेज सिंह सग्गू, द्रोण सचदेवा, हरीश कुमार, जगदीश दुबे ने बताया कि लाइट मुश्किल से एक-आध घंटा जलती हैं। उसके बाद बंद हो जाती हैं। इस संबंध में नगरपरिषद के जेई सुशील श्योराण को शिकायत दर्ज करवाई गई थी। उन्होंने यह कहकर बात टाल दी कि लोड अधिक होने के कारण ट्रिपिग हो रही है।

----

मॉनिटरिग नहीं करते अधिकारी

पार्षद कृष्ण लाल बॉबी का कहना है? कि 4.12 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं। इसके बावजूद नगरपरिषद अधिकारी कार्य की मॉनिटरिग नहीं कर रहे। यह नहीं देख रहे कि ठेकेदार क्या कर रहा है? लाइट सही लगा रहा है? या नहीं। अब तक जो लाइट लगाई गई हैं, क्या वो जल रही हैं। सच्चाई यह है? कि अधिकारी कार्यालय की दीवारों में सीमित होकर रह गए हैं। स्ट्रीट लाइट संबंधी लोगों की समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा। ठेकेदार मनमर्जी कर रहा है।

----

पिछले दिनों हुई हाऊस की बैठक में स्ट्रीट लाइट संबंधी मुद्दा उठा था। कार्यकारी अधिकारी समेत तकनीकी स्टॉफ को शहर में चल रहे कार्य की मॉनिटरिग करने के लिए कहा गया था। यह नगरपरिषद अधिकारियों की जिम्मेदारी है। कोई लापरवाही मिली तो कार्रवाई करेंगे।

-अश्वनी कुमार, कार्यकारी प्रधान एवं एसडीएम, डबवाली।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.