विवि छात्रों के व्यक्तित्व विकास पर खर्च होंगे 38 लाख
चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के युवा कल्याण निदेशालय वर्ष 2020-21 का 38
जागरण संवाददाता, सिरसा : चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के युवा कल्याण निदेशालय वर्ष 2020-21 का 38 लाख रुपये का बजट पारित किया है। यह राशि विश्वविद्यालय के आगामी शैक्षणिक स्तर में विभिन्न गतिविधियों के लिए होगी। विश्वविद्यालय ने शिक्षा सत्र में होने वाली गतिविधियों के लिए कलेंडर जारी कर दिया है। इसी के साथ अतिरिक्त युवा कल्याण निदेशालय विभिन्न नियमों में भी संशोधन किया गया। विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. राजबीर सिंह सोलंकी ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि युवाओं के संपूर्ण व्यक्तित्व विकास में निदेशालय महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों का मंचन होना चाहिए जिससे युवाओं को भारतीय संस्कृति की तरफ जोड़ा जा सके और राष्ट्र निर्माण में भागीदारी सुनिश्चित की जा सके। --- विवि में होगा त्रिवेणी उत्सव
विवि के कुलपति ने युवा कल्याण निदेशालय को निर्देश दिये कि वे निदेशालय की विभिन्न उपलब्धियों तथा कार्यक्रमों को उजागर करती हुई एक पत्रिका का प्रकाशन करें। बैठक में यह भी फैसला लिया गया कि आने वाले समय में निदेशालय द्वारा त्रिवेणी युवा उत्सव मनाया जायेगा। जिसके अंतर्गत राजस्थान, पंजाब व हरियाणा की संस्कृति का मंचन युवा कलाकारों द्वारा किया जायेगा। बैठक में युवा कल्याण निदेशक डा. मंजू नेहरा ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस समारोह, कवि सम्मेलन आदि इवेन्ट्स का आयोजन निदेशालय द्वारा हो चुका है और नवंबर माह युवाओं के संपूर्ण व्यक्तित्व विकास में हरियाणा दिवस समारोह पर एकल लोक नृत्य प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा। उन्होंने बताया कि नवंबर माह में प्रतिभा खोज कार्यक्रम व गीता जयंती कार्यक्रम का आयोजन होगा। दिसंबर माह में नशा मुक्ति, भ्रूण हत्या, दहेज प्रथा, बालिका विवाह आदि विषयों पर वेबिनार तथा सेमीनार का आयोजन होगा और इसी दौरान विश्वविद्यालय का नौंवा युवा महोत्सव आयोजित होगा। वर्ष 2021 के जनवरी माह में स्वामी विवेकानन्द की जयंती के उपलक्ष्य में युवा सप्ताह का आयोजन होगा। उन्होंने बताया कि फरवरी माह में विश्वविद्यालय के छात्र राष्ट्रीय युवा महोत्सव में भाग लेंगे और विश्वविद्यालय प्रांगण में वसंत महोत्सव का आयोजन होगा और मार्च 2021 में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाएगा। --- कार्यक्रम को लेकर दिए सुझाव
बैठक में कार्यक्रमों में बाहर से आने वाले निर्णायक मंडल के सदस्यों के मानदेय बढ़ाने का फैसला भी लिया गया। विवि के शैक्षणिक मामलों के अधिष्ठाता प्रो. सुरेश गहलावत ने सुझाव दिया की कार्यक्रमों के मंचन में सामाजिक बुराइयों के बारे में जागरूकता प्रदान करने के साथ विषय-वस्तु को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय के पूर्व युवा कल्याण निदेशक डा. जनार्धन शर्मा ने सुझाव दिया कि युवा महोत्सव की पांचों विधायें नामत: संगीत, नृत्य, थियेटर, साहित्य एवं कला एक ही स्थान पर होनी चाहिए। जिससे कलाकारों में उत्साहवर्धन होता है और संस्कृति का आदान प्रदान बेहतर तरीके से होता है। इतना ही नहीं समग्र मूल्यांकन में भी मदद मिलती है।