सिरसा और जींद से पहुंचे 2100 अभ्यर्थी, 112 ही पहली बाधा कर पाए पार
जागरण संवाददाता हिसार कोरोना काल के बाद प्रदेश में सबसे बड़ी सेना भर्ती इस समय हिसार आ
जागरण संवाददाता, हिसार:
कोरोना काल के बाद प्रदेश में सबसे बड़ी सेना भर्ती इस समय हिसार आर्मी कैंट में चल रही है। भर्ती प्रक्रिया के पहले दिन सिरसा और जींद से 2100 अभ्यर्थी प्रतिभाग करने पहुंचे। भर्ती प्रक्रिया में फिजीकल के लिए रात्रि 9 बजे से ही अभ्यर्थियों का जमावड़ा कैंट के सामने लगना शुरू हो गया। कड़ाके की सर्दी और धुंध में जैसे तैसे सुबह युवाओं ने रात गुजारी। इसके बाद सुबह तीन बजे से आर्मी कैंट के गेट भर्ती के लिए खोल दिए गए। भर्ती के लिए फिजिकल प्रक्रियाओं में दौड़, बीम लगाना, जिगजैग पार करना, गढ्ड़ा कूदना जैसी एक्टिविटी के माध्यम से अभ्यर्थियों की क्षमता को आंका गया। यह प्रक्रिया इतनी सख्ती कि 112 अभ्यर्थी ही मैदान पर पहली बाधा को पार कर पाए। अब इन अभ्यर्थियों को मेडिकल की प्रक्रिया से गुजरना होगा। आज हिसार और फतेहाबाद से 2100 अभ्यर्थी लेंगे भाग
रविवार को आर्मी केंट में हिसार और फतेहाबाद जिले के अभ्यर्थियों के लिए लिपिक पदों पर भर्ती प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इसके लिए भी सुबह तीन बजे से अभ्यर्थियों को कैंट पर बुलाया गया है। कोई अव्यवस्था न हो इसके लिए पुलिस और सेना के जवान दोनों ही ड्यूटी पर मुस्तैद रहेंगे। इन दोनों जिलों से 2100 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग करने के लिए पंजीकरण कराया है। कोरोना के बीच कड़ी जांच के बाद ही मिला प्रवेश
कोरोना के बीच सेना भर्ती प्रक्रिया काफी सख्त दिखाई दी। एक एक अभ्यर्थी को थर्मल स्कैनिग करने के बाद ही प्रवेश दिया गया। इसके साथ ही अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की जांच करने के लिए भी विशेषज्ञ बुलाए गए थे। सुबह तीन बजे से भर्ती प्रक्रिया शुरू जरूर हुई मगर आठ से नौ बजे तक अभ्यर्थियों को प्रवेश दिया गया। ताकि कोई भी अभ्यर्थी इस प्रक्रिया से बंचित न रह जाए। अलाव का लिया सहारा
सेना भर्ती में अभ्यर्थियों को जूते और मोजे उतार कर ही प्रवेश दिया गया। मोबाइल फोन भी अंदर नहीं ले जा सकते थे। इसके साथ ही अभ्यर्थियों के साथ आए उनके परिजन अलाव का सहारा लेते दिखाई दिए। ठंड इतनी थी कि लोग कंबल ओढ़े खड़े दिखे। इसके साथ ही बार-बार अनाउंसमेंट की जा रही थी कि कोई भी अभ्यर्थी अपने साथ नशीला पदार्थ, इंजेक्शन या अन्य अवैध सामन लेकर न आए।