पुलिस के 20 जवानों ने संभाला रोडवेज बसों का स्टेय¨रग
जागरण संवाददाता, सिरसा: निजी बसों को रोडवेज बेड़े में शामिल किए जाने के विरोध में रोड
जागरण संवाददाता, सिरसा:
निजी बसों को रोडवेज बेड़े में शामिल किए जाने के विरोध में रोडवेज कर्मचारियों द्वारा की गई हड़ताल के दो दिन आगे बढ़ा देने के बाद बृहस्पतिवार को तीसरे दिन भी अधिकतर कर्मचारी हड़ताल पर रहे। तीसरे दिन रोडवेज प्रशासन ने पुलिस के 20 जवानों की मदद से विभिन्न रूटों पर बसें चलाईं। बसों में परिचालकों की जगह पर रोडवेज के निरीक्षकों व सह निरीक्षकों ने टिकटें काटी। तीसरे दिन रोडवेज महाप्रबंधक ने आउटसोर्सिंग के तहत लगे पांच कर्मचारियों की बर्खास्तगी के आदेश जारी किए। उधर धारा 144 लागू होने के कारण यूनियन नेता बस स्टैंड से दूर आंदोलन को लेकर अपनी रणनीति बनाने में जुटे रहे।
तड़के सवा दो बजे चंडीगढ़ गई बस पर अंबाला के पास पथराव सिरसा डिपो से तड़के सवा दो बजे चंडीगढ़ के लिए रवाना हुई रोडवेज की बस पर अंबाला में पुल के पास पथराव किया गया, जिससे चालक मैनपाल व परिचालक यशपाल के सिर व हाथों पर चोटें आई। बस का ड्राइवर साइड का शीशा भी टूट गया। चालक-परिचालक ने सिरसा पहुंचकर रोडवेज प्रबंधक को मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अंबाला में तड़के करीब चार बजे कुछ छात्रों ने बस पर पत्थर फेंके। नोटिस जारी किए जाने के बाद भी आउटसोर्सिंग के तहत लगे कर्मचारियों के न आने पर उनके खिलाफ रोडवेज महाप्रबंधक खूब राम कौशल ने सख्त एक्शन लिया है। उन्होंने पांच कर्मचारियों को बर्खास्त करने के आदेश जारी किए है। जिनमें से तीन डबवाली के व दो सिरसा के कर्मचारी है। सस्पेंड होने वाले कर्मचारियों में प्रवीण, राजकुमार, ¨छद्र, सुरेंद्र व अजमेर के नाम बताए गए है। भर्ती की अफवाह ने युवाओं को खूब छकाया
रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल के बाद मुख्यमंत्री द्वारा चालक व परिचालक पदों पर नई भर्ती की घोषणा किए जाने के बाद बुधवार रात से ही अफवाहों का बाजार गर्म हो गया। जिसके बाद मध्य रात्रि के बाद बस अड्डा परिसर में 40-50 युवा भर्ती होने के लिए अपने प्रमाणपत्रों सहित पहुंच गए। युवा सुबह पांच बजे तक बस अड्डा परिसर में घूमते रहे वहीं सुबह होते ही युवाओं की संख्या बढ़कर सौ को पार कर गई। सोशल मीडिया व मोबाइल पर भी भर्ती को लेकर खूब चर्चाएं रही। युवा बार-बार रोडवेज के अधिकारियों व कर्मचारियों से भर्ती के बारे में पूछ रहे थे, जिसके बाद महाप्रबंधक के आदेश पर बार-बार माइक से उद्घोषणा करवाई गई कि विभाग द्वारा किसी भी तरह की कोई भर्ती नहीं की जा रही है और जो युवा आए हैं वे अपने घरों को चले जाएं। तीसरे दिन रोडवेज की 30 बसें चली। अधिकतर बसें लोकल रूटों पर चली, जिनमें फतेहाबाद, डबवाली, खारियां, ऐलनाबाद, चौपटा इत्यादि शामिल थे। तड़के कुछ बसें चंडीगढ़ और दिल्ली के लिए भी रवाना हुई। 20 पुलिस जवानों द्वारा विभिन्न लोकल रूटों पर बसें चलाए जाने के बाद जहां सवारियों को कुछ राहत हुई। वहीं चर्चाएं यह भी रही कि कई बसें बिना कंडक्टर के भी चली। हड़ताल को लेकर रोडवेज कर्मचारियों में पूरा जोश है और हड़ताल सफल हो रही है। सर्व कर्मचारी संघ के प्रधान मदन लाल खोथ ने बताया कि सरकार यूनियन नेताओं से बात करें नहीं तो हड़ताल को अनिश्चितकाल के लिए बढ़ा दिया जाएगा। उन्होंने पुलिस कर्मियों द्वारा बसें चलाने की ¨नदा करते हुए कहा कि पुलिसकर्मी भी कर्मचारी है और अपने अधिकारियों के आदेशों की पालना कर रहे हैं परंतु अगर किसी से कोई गलती हो गई तो उसका खामियाजा कौन भुगतेगा। रोडवेज कर्मियों के समर्थन में उतरे बिजली कर्मी
सिरसा : हरियाणा स्टेट इलेक्ट्रीसिटी बोर्ड वर्करज यूनियन के कर्मचारियों ने बरनाला रोड स्थित बिजलीघर में हरियाणा रोडवेज के हड़ताली कर्मचारियों के समर्थन में रोष प्रदर्शन किया।जिसकी अध्यक्षता शहरी सब यूनिट के प्रधान सुरेन्द्र मजोका व राय साहब ने संयुक्त रूप से की। प्रदर्शन को सर्कल सचिव राज मन्दिर शर्मा, देवेन्द्र ¨सह, जीत ¨सह, सतदेव वत्स, कलम ¨सह, सलविन्द्र ¨सह, उमा शंकर, सतेन्द्र मोंगा, औम प्रकाश, राम केश आदि ने सम्बोधित करते हुये सरकार पर कर्मचारी व जन विरोधी नीतियों को लागू करते हुए कर्मचारियों पर बनाये गये झूठे मुकदमे व प्रताड़ना की निन्दा की। यूनियन के प्रान्तीय प्रेस सचिन विजय पाल जाखड़ ने बताया कि सरकार लगातार जन हित के विभागों को बेचने पर उतारू है तथा हरियाणा का कर्मचारी प्रदेश के जागरूक नागरिक के नाते प्रदेश की जनता की लड़ाई लड़ रहा है।