14 साल से लगे कचरे के ढेर का होगा निष्पादन
बकरियांवाली प्लांट में एजेंसी को दिया जाएगा ठेका
जागरण संवाददाता, सिरसा :
बकरियांवाली प्लांट में 14 साल से पड़े कचरे के ढेर हटेंगे और तीन लाख टन कचरे का निष्पादन किया जाएगा। नगर परिषद ने डंपिग साइट पर कचरे को अलग करने और फिर खाद बनाने का कार्य एजेंसी को देने का फैसला किया है। एजेंसी कचरे को पहले अलग-अलग करेगी और फिर गलनशील कचरे का खाद बनाया जाएगा। प्लांट में ही एजेंसी की ओर से एक और प्लांट लगेगा जहां कचरा अलग-अलग किया जाएगा। परिषद ने अब एजेंसी हायर करने के लिए टेंडर लगा दिया है जो 19 जुलाई को खोला जाएगा।
शहर से निकलता है 80 टन कचरा
सिरसा शहर से प्रतिदिन 80 टन के करीब कचरा निकलता है। 2006 से बकरियांवाली के प्लांट में कचरा डाला जा रहा है लेकिन कचरे का वर्गीकरण कुछ समय बाद ही बंद हो गया और इसके बाद पूरे कचरे को एक साथ डाला जाने लगा जिससे बकरियांवाली प्लांट में कचरे के ऊंचे ढेर लग गए। डंपिग साइट पर कचरा प्रतिदिन पहुंच तो रहा है लेकिन निष्पादन न होने के कारण अब प्लांट में जगह कम पड़ गई। प्लांट की क्षमता 26 टन की है जबकि इससे तीन गुना अधिक कचरा पहुंचता है। एक साल में होगा तीन लाख टन का निष्पादन
नगर परिषद के अधिकारियों के अनुसार जिस एजेंसी को टेंडर दिया जाएगा वही एजेंसी नया प्लांट लगाएगी और कचरे को अलग-अलग किया जाएगा। बकरियांवाली प्लांट में इस समय तीन लाख टन के करीब कचरा पड़ा है। इसे एक साल में एजेंसी को निष्पादन करना है। पहले प्लास्टिक, कपड़ा, लोहा, लकड़ी अलग करने हैं और फिर गलने योग्य कचरे का खाद बनाना है। यह खाद व निकली अन्य वस्तुएं एजेंसी अपने स्तर पर उन्हें हटा पाएगी। डंपिग स्टेशन पर कचरा निष्पादन के लिए टेंडर दिया गया है। 4 करोड़ 23 लाख रुपये की लागत से कचरे का निष्पादन किया जाएगा। टेंडर 19 जुलाई को खोला जाएगा। बकरियांवाली प्लांट में 2006 से ही कचरा डाला जा रहा है लेकिन सही रूप से इसका निष्पादन नहीं हो रहा था। अब एक साल में टेंडर लेने वाली एजेंसी को इसका निष्पादन करना है।
सुमित मलिक, एक्सइएन, नगरपरिषद