पंजाब के 12 हजार किसानों पर संपत्ति नुकसान का आरोप, साथ में पुलिस ने लगाया एपीडेमिक डिजीज एक्ट
शुक्रवार को बठिडा हाईवे नाका तोड़कर डबवाली में घुसे 10-12 हजा
संवाद सहयोगी, डबवाली : शुक्रवार को बठिडा हाईवे नाका तोड़कर डबवाली में घुसे 10-12 हजार अज्ञात प्रदर्शनकारी किसानों पर शहर थाना पुलिस ने केस दर्ज किया है। मामला शहर थाना प्रभारी निरीक्षक ईश्वर सिंह की शिकायत पर दर्ज किया गया है। किसानों पर पुलिस ने लोक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम 1984 तथा एपीडेमिक डिजीज एक्ट 1897 के तहत दर्ज किया है। पुलिस का आरोप है कि प्रदर्शनकारी किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली से बैरिकेड्स तोड़कर डबवाली में घुस गए। इस दौरान पुलिसकर्मियों की ड्यूटी में बाधा डाली। बता दें, भाकियू (उग्राहां) के बैनर तले दिल्ली कूच कर रहे पंजाब के किसानों को डबवाली पुलिस ने सीमा पर बैरिकेड्स लगाकर रोक लिया था। बृहस्पतिवार रात को किसानों ने दिल्ली कूच करने की घोषणा करते हुए नाका तोड़ने की चेतावनी दी थी। शुक्रवार सुबह करीब 10.30 बजे किसानों ने बैरिकेड्स हटाने शुरू किए तो पुलिस पीछे हट गई थी। जिसके बाद किसान वाहनों को लेकर सिरसा की ओर रवाना हो गए थे। ----------- हमने पब्लिक प्रॉपर्टी को नुकसान नहीं पहुंचाया। बहुत बार देखा है कि पुलिस खुद ही अपने वाहनों को तोड़ देती है लेकिन गाज किसानों पर गिराई जाती है। हरियाणा पुलिस के इस व्यवहार की निदा करते हैं। जो सरकार के दबाव में कॉरपोरेट घरानों से वफादारी निभा रही है। हम ऐसे झूठे मामलों से दबाव में नहीं आने वाले। ऐसे मामले पहले भी बहुत दर्ज हुए हैं, जांच में हम निर्दोष पाए गए हैं। किसानों की मांग वाजिब है। सरकार को हठधर्मिता छोड़कर मांगे पूरी करनी चाहिए।
-झंडा सिंह जेठूके, प्रदेश वरिष्ठ उपप्रधान, भाकियू (उग्राहां) पंजाब।