मिड-डे मील में क्या खिलाया देशभर के 11,22457 स्कूलों ने नहीं दी जानकारी
देशभर के सरकारी स्कूलों में दोपहर के समय विद्यार्थियों को ि
महेंद्र सिंह मेहरा, सिरसा :
देशभर के सरकारी स्कूलों में दोपहर के समय विद्यार्थियों को खिलाए जाने वाले मिड-डे मील में फर्जीवाड़ा तो नहीं किया जा रहा है। स्कूलों में मिड-डे मील में विद्यार्थियों को प्रतिदिन क्या खिलाया गया इसके बारे में स्कूलों द्वारा एसएमएस द्वारा जानकारी नहीं दी जा रही है। मिड-डे मील की जानकारी नहीं देने वाले स्कूल इंचार्जों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। देशभर के 1122457 स्कूल मिड-डे मील बारे में जानकारी नहीं दे रहे हैं। जबकि 656795 स्कूल मिड-डे मील खाने की जानकारी दे रहे हैं। जिसमें हरियाणा के 14485 स्कूल इंचार्ज द्वारा जानकारी नहीं दी जा रही है। गौरतलब है कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले पहली कक्षा से आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को मिड-डे मील खिलाया जाता है। ऐसा कर स्कूलों में मिड-डे मील के लिए आई राशि में फर्जीवाड़ा किया जा रहा है।
फर्जीवाड़ा रोकने के लिए 15544 पर मांगा एसएमएस
शिक्षा विभाग ने मिड-डे मील खाने वाले विद्यार्थियों की जानकारी प्रतिदिन मोबाइल पर केंद्रीय सर्वर को एसएमएस पर देने के लिए निर्देश जारी किए। इसमें जितने विद्यार्थियों ने मिड-डे मील खाया उसकी जानकारी 15544 पर देनी होती है। स्कूलों में मिड-डे मील में सब्जियों का पुलाव, पौष्टिक खिचड़ी, दाल और चावल, कढ़ी-चावल, चावल और काला चना आलू के साथ, रोटी और मौसमी सब्जी, आटे का हलवा और काले चने सप्ताह में अलग-अलग दिन दिया जाता है। इससे पहले स्कूल मुखिया सीधे तौर पर जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में ही जानकारी देते थे। किस प्रदेश के कितने स्कूलों ने नहीं दी जानकारी
प्रदेश स्कूलों की संख्या
हरियाणा 14485
आंध्र प्रदेश 45351
अंडमान निकोबार 340
अरुणाचल प्रदेश 3226
असम 56165
बिहार 65716
चंडीगढ़ 43465
दादरा नगर हवेली 88
दिल्ली 2908
गोवा 1469
गुजरात 33027
हिमाचल प्रदेश 15316
जम्मू कश्मीर 23054
झारखंड 40957
कर्नाटक 54887
लक्ष्यदीप 39
मध्यप्रदेश 115863
मणिपुर 3383
मंगलिया 11122
नागालैंड 2060
ओडिशा 56955
पांडिचेरी 431
पंजाब 19932
राजस्थान 67231
सिक्किम 860
तामिलनाडु 43066
तेलंगाना 28689
त्रिपुरा 6567
उत्तरप्रदेश 163890
उत्तराखंड 17738
पश्चिमी बंगाल 82430 स्कूलों में दोपहर को खिलाए जाने वाले मिड-डे मील के बारे में एसएमएस से जानकारी देना जरूरी है। जो स्कूल मिड-डे मील के बारे में जानकारी नहीं दे रहे हैं। उन स्कूलों से स्पष्टीकरण मांग जाने के निर्देश मिले हैं।
आत्मप्रकाश मेहरा, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, सिरसा