110 पॉजिटिव केस मिले, जेल में 11 बंदी भी मिले संक्रमित
रविवार को सिरसा में 110 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। पॉजिटिव
जागरण संवाददाता, सिरसा : रविवार को सिरसा में 110 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। पॉजिटिव मिले लोगों में 11 जिला जेल के बंदी है, जिन्हें उपचार के लिए जेसीडी कोविड केयर सेंटर में रखा गया है जबकि एक को हिसार के बाल सुधार गृह में भर्ती किया गया है। रविवार को आइ रिपोर्ट में डबवाली में 25, मंडी कालांवाली में 11, थेहड़ी बाबा सावन सिंह में छह, अग्रसेन कॉलोनी व एमआइटीसी कॉलोनी में पांच पांच, रानियां में छह केस सामने आए है। -------------- जेल में बढ़ाई सतर्कता, बैरकों को किया सैनिटाइज
जिला में से बंद 11 बंदियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है। इनमें से एक नाबालिग होने के कारण हिसार के बाल सुधार गृह में भेजा जा चुका है जबकि शेष को जेसीडी अस्पताल के कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया गया है। इन बंदियों के लिए अलग से वार्ड बनाया गया है तथा वहां पुलिस बल भी तैनात किया गया है। एक बंदी के पॉजिटिव मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा करवाई गई जांच में 11 बंदी संक्रमित मिले हैं। जिला जेल में संक्रमित बंदी पाए जाने के बाद सुरक्षा के प्रबंध बढ़ा दिये गए हैं। जेल अधीक्षक शेर सिंह ने बताया कि बंदियों की बैरकों को सैनिटाइज किया गया है तथा उनके संपर्क में आने वाले दूसरे बंदियों की भी जांच करवाई जा चुकी है। जेल परिसर में बाहर से आने वालों के हाथ सैनिटाजर करवाकर व साबुन से साफ करने के बाद ही अंदर एंट्री दी जाती है। ------------ छह दिनों में ही आ गए 391 केस
सितंबर महीने के पहले सप्ताह के छह दिनों में ही 391 केस आ चुके हैं। इस महीने की शुरुआत में ही दो लोगों की मौत हो चुकी है। शनिवार को सुबह 40 तो शाम की सूची में 70 केस सामने आए। जिले में अब तक 1821 पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं। इनमें से 614 अभी एक्टिव है। 433 होम आइसोलेशन में जबकि 171 कोविड केयर सेंटरों में उपचाराधीन है। जिले में अब तक 50048 लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं, इनमें आरटीपीसीआर से 37623, ट्रयूनॉट से 1235, रेपिड एंटीजन से 11,450 लोगों के सैंपल लिए गए है। ------------
जिले में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। जेल में बंदी भी संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। 11 बंदियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है, जिनमें से एक को हिसार बाल सुधार गृह में जबकि शेष को जेसीडी अस्पताल में भर्ती किया गया है। अस्पताल में बंदियों की सुरक्षा के लिए पुलिस कर्मी भी तैनात किए गए हैं। - डा. सुरेंद्र नैन, सिविल सर्जन