Move to Jagran APP

जिले में रबी सीजन में 1 लाख 10 हजार एमटी यूरिया की जरूरत

जागरण संवाददाता सिरसा जिले में रबी सीजन के अंदर मार्च माह तक 1 लाख 10 हजार मीट्रिक टन य

By JagranEdited By: Published: Mon, 23 Nov 2020 07:13 AM (IST)Updated: Mon, 23 Nov 2020 07:13 AM (IST)
जिले में रबी सीजन में 1 लाख 10 हजार एमटी यूरिया की जरूरत
जिले में रबी सीजन में 1 लाख 10 हजार एमटी यूरिया की जरूरत

जागरण संवाददाता, सिरसा: जिले में रबी सीजन के अंदर मार्च माह तक 1 लाख 10 हजार मीट्रिक टन यूरिया खाद की खपत होती है। अभी जिले में 30 हजार एमटी का स्टॉक पड़ा हुआ है। इसी के साथ समय-समय पर यूरिया खाद पहुंचने से जिले में कोई कमी नहीं है। जिला प्रशासन ने यूरिया व डीएपी उर्वरकों की कालाबाजारी व स्टॉक कोई न करे, इसके लिए जिला, उपमंडल व ब्लाक स्तर पर अधिकारियों की कमेटियों का गठन किया गया है।

prime article banner

----

खाद की दुकानों पर अधिकारी तैनात

कृषि विभाग के उपनिदेशक ने रविवार को अनाज मंडी में गठित कमेटी के अधिकारियों की ड्यूटी अनाज मंडी स्थित खाद की दुकानों में लगाई। अधिकारियों की टीम ने दुकानों में खाद का स्टॉक का निरीक्षण किया गया। कमेटियां द्वारा प्रतिदिन निरीक्षण किया जाएगा। इसकी एक्शन टेकन रिपोर्ट उप-निदेशक कृषि एवं किसान कल्याण विभाग कार्यालय में भेजी जाएगी। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अधिकारी इस रिपोर्ट को निरंतर हरियाणा सरकार को भेजने का कार्य करेंगे।

यूरिया खाद की मांग रहती है ज्यादा

जिले में गेहूं की सबसे अधिक क्षेत्र में बिजाई होती है। कृषि विभाग द्वारा जिले में गेहूं का 2 लाख 98 हजार हेक्टेयर क्षेत्र बिजाई का रखा हुआ है। गेहूं की बिजाई अधिक होने से यूरिया खाद की अधिक मांग रहती है। क्योंकि गेहूं फसल में सिचाई करते समय यूरिया डालना जरूरी होता है। जिससे पौधे की बढ़वार सही तरीके से होती रहे।

---

पंजाब में मालगाड़ी बंद होने से खाद किसानों तक नहीं पहुंच रही थी। पंजाब में मालगाड़ी चलनी शुरू हो जाएगी। इससे वहां पर खाद पहुंच जाएगी। जिले में यूरिया खाद की कोई कमी नहीं है। जिले में यूरिया खाद 30 हजार मीट्रिक टन पड़ी हुई है। इसी के साथ खाद समय-समय पर पहुंच रही है। जिससे किसानों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं आ रही है। जिले में खाद की कालाबाजारी रोकने के लिए अधिकारियों की टीम गठित की हुई है। जो दुकानों में स्टॉक जांच रही है।

डा. बाबूलाल, कृषि उपनिदेशक, कृषि विभाग


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.