रोहतक में देर रात तक हुई 62 हजार से अधिक गेहूं की खरीद
जिले में रबी खरीब सीजन के दौरान मंडियों व खरीद केंद्रों में गेहूं व सरसों खरीद का कार्य जारी है। शुक्रवार की रात तक तक जिले की विभिन्न मंडियों में करीब 62864 क्विटल गेहूं की खरीद हुई।
जागरण संवाददाता, रोहतक : जिले में रबी खरीब सीजन के दौरान मंडियों व खरीद केंद्रों में गेहूं व सरसों खरीद का कार्य जारी है। शुक्रवार की रात तक तक जिले की विभिन्न मंडियों में करीब 62,864 क्विटल गेहूं की खरीद हुई।
उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने बताया कि वीरवार तक कलानौर मंडी में 1754 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई है। महम मंडी में 773 मीट्रिक टन, रोहतक मंडी में 4836 मीट्रिक टन, सांपला मंडी में 6100 मीट्रिक टन, काहनौर मंडी में 598 मीट्रिक टन व सांघी मंडी में 12 मीट्रिक टन गेंहू की खरीद की गई है। रोहतक मंडी में 132 मीट्रिक टन जौ की खरीद की गई है। जबकि शुक्रवार को रोहतक मंडी में 52 हजार क्विटल गेहूं की आवक हुई। जबकि यहां 50271 क्विटल गेहूं की खरीद हुई। कलानौर मंडी में 9700 क्विटल गेहूं की खरीद हुई। सांघी में 162 क्विटल और खरक कलां में 2731 क्विटल गेहूं खरीद गया। गेहूं खरीद के लिए 354 किसानों को टोकन दिए गए थे। वहीं, उपायुक्त ने जिले के किसानों का आह्वान किया है कि वे अपनी फसलों को अच्छी तरह सुखाकार एवं साफ करके मंडियों में लाएं ताकि उन्हें फसल की बिक्री में कोई असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि किसान पर्यावरण को ²ष्टिगत रखते हुए फसल अवशेषों को न जलाएं बल्कि उन्हें मिट्टी में मिलाकर भूमि की उपजाऊ शक्ति को बढ़ाएं। फसल अवशेषों को जलाने से पर्यावरण को हानि होने के साथ-साथ पशुओं के चारे की कमी होती है। भूमि में मौजूद मित्र कीट नष्ट हो जाते हैं। इसलिए फसल अवशेषों को आग न लगाएं। जिला प्रशासन ने फसल अवशेषों को जलाने वाले किसानों के विरुद्ध नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी।