पहलवान सतेंद्र मलिक के समर्थन में आया गांव मोखरा
गांव में हुई पंचायत सतेंद्र ने भी रखा अपना पक्ष सतेंद्र के खिलाफ प्रतिबंध को तुरंत वापिस लेने की मांग
संवाद सहयोगी, महम : पहलवान सतेंद्र मलिक के समर्थन में उनका गांव मोखरा आ खड़ा हुआ है। मोखरा के खांडयान पाना की चौपाल में गांव की पंचायत हुई। पंचायत की अध्यक्षता महम चौबीसी पंचायत के तपा प्रधान रामकिशन मलिक ने की। पंचायत में सतेंद्र ने भी अपना पक्ष रखा व घटना के विषय में विस्तार से बताया। पंचायत में सर्वसम्मति से कहा गया कि पहलवान सतेंद्र इस मामले में निर्दोष है। रैफरी ने उसे ऐसा करने के लिए उकसाया है। सतेंद्र उस मुकाबले में काफी आगे था। उसे जानबूझकर हराया गया। वह जब अपनी बात रखने गया तो उसे पहले थप्पड़ मारा गया। तब सतेंद्र ने भी आपा खो दिया। पंचायत ने कहा है कि कुश्ती की व घटना की पूरी वीडियो उपलब्ध हैं। कुश्ती विशेषज्ञ इसकी जांच करें। सत्य सामने आ जाएगा। ग्रामीणों का कहना है कि सतेंद्र को कामनवेल्थ खेलों से दूर रखने के लिए जानबूझकर उसके खिलाफ यह साजिश रची गई है। पंचायत ने इस मामले में एक कमेटी का गठन किया है।कमेटी कुश्ती फैडरेशन के अतिरिक्त खेल अधिकारियों व राजनेताओं से मिलकर सतेंद्र के लिए न्याय की मांग करेगी। जरूरत पड़ी तो इस मुद्दे पर महम चौबीसी व मलिक खाप की भी पंचायत बुलाई जाएगी। अंतरराष्ट्रीय पहलवान सतेंद्र के साथी राजबीर ने बताया कि सतेंद्र बहुत बार भारत केसरी का खिताब जीत चुका है। एशियाड में गोल्ड सहित कई बड़ी प्रतियोगिताएं अपने नाम कर चुका है। पंचायत में भारी संख्या में मोखरा के ग्रामीणों सहित कई अन्य प्रतिष्ठित व्यक्ति भी उपस्थित रहे। ये है मामला :
मोखरा के 125 किलोग्राम में खेलने वाले सतेंद्र पहलवान सेना के जवान हैं। वह सेना के खेलते हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने रैफरी को थप्पड़ मार दिया। इस आरोप में सतेंद्र को कुश्ती से आजीवन प्रतिबंधित कर दिया। जबकि पंचायत का कहना है कि रैफरी ने सतेंद्र को गलत तरीके से हराया। जब वह न्याय मांगने गया तो रैफरी ने उसे थप्पड़ मारा। तब पहलवान को गुस्सा आ गया।