वैश्स एजुकेशन सोसायटी की वोटर लिस्ट में गड़बड़ी के आरोप
रोहतक : वैश्य एजुकेशन सोसाइटी में चुनाव के करीब डेढ़ साल बाद फिर से
जागरण संवाददाता, रोहतक :
वैश्य एजुकेशन सोसाइटी में चुनाव के करीब डेढ़ साल बाद फिर से आरोप प्रत्यारोप शुरू हो गए हैं। इस बारे में एक सदस्य ने 2017 में चुनाव के दौरान वोटर लिस्ट में गड़बड़ी के आरोप लगाए हैं। उन्होंने आरटीआइ के माध्यम से इसकी जानकारी भी मांगी है। उधर, एक अन्य सदस्य ने इसकी शिकायत चंडीगढ़ में रजिस्ट्रार को भेजी है।
सूत्रों की मानें तो इस मामले में रजिस्ट्रार की ओर से जिला रजिस्ट्रार व सोसाइटी के पदाधिकारियों से जवाब तलब किया गया है। हालांकि सोसाइटी प्रधान का कहना है कि उनको किसी प्रकार कोई नोटिस नहीं मिला है। कुछ लोग चुनाव को लेकर बेबुनियादी बातें कर रहे हैं। सोसाइटी के सदस्य रमेश कुमार गुप्ता ने सोसाइटी की वोटर लिस्ट के संबंध में आरटीआइ लगाई। उन्होंने वोटर लिस्ट में गड़बड़ी के आरोप भी लगाए हैं। उनका दावा है कि जो रिकार्ड उनको मिला है, उसके अनुसार 2017 में वोटर लिस्ट अप्रूवड नहीं कराई गई। बिना वोटर लिस्ट अप्रूव कराए ही चुनाव कराए गए हैं।
उधर, इस मामले में सोसाइटी के एक अन्य सदस्य विनय आर्य ने चंडीगढ़ रजिस्ट्रार को शिकायत भेजी है। उल्लेखनीय है कि वैश्य एजुकेशन सोसाइटी में चुनाव से पहले भी जमकर आरोप प्रत्यारोप लगते रहे हैं। अब फिर से विवाद उठने लगा है। आरोप प्रत्यारोप के चलते ही यहां चुनाव से पहले भी प्रशासक नियुक्त किया गया था। सूत्रों की मानें तो अब फिर से यहां प्रशासक की नियुक्त होने की संभावना जोर पकड़ने लगी है।
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सोसाइटी की वोटर लिस्ट को बिना रजिस्ट्रार से अप्रूव कराए ही चुनाव कराए गए थे। आरटीआइ में इसकी जानकारी मिली है। जिसके बाद चंडीगढ़ में रजिस्ट्रार से शिकायत की गई। वहां 22 जनवरी को जवाब तलब किया जाएगा।
- विनय आर्य, आजीवन सदस्य, सोसाइटी । मुझे कोई नोटिस नहीं मिला है। वोटर लिस्ट में कोई गड़बड़ी नहीं हुई। ये सब बेबुनियादी बातें हैं। प्रशासन की देखरेख में ही सोसायटी के चुनाव कराए गए। जिसके बाद से वैश्य संस्था में विकास कार्य तेजी से कराए जा रहे हैं। कुछ लोगों को विकास कार्य हजम नहीं हो रहे हैं।
- विकास गोयल, प्रधान वैश्य एजुकेशन सोसाइटी । वैश्य एजुकेशन सोसाइटी को लेकर कोई नोटिस नहीं आया है। हो सकता है चुनाव को लेकर कोई पुराना मामला ही चल रहा हो। सोसाइटी के चुनाव करीब डेढ़ साल पहले अधिकारियों की देखरेख में हुए थे।
- राजेश खेड़ा, जिला रजिस्ट्रार, रोहतक ।