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अनट्रेस केस बने पुलिस के लिए चुनौती, ताबड़तोड़ हो रही घटनाएं

जागरण संवाददाता, रोहतक : अक्सर कहा जाता है कि कानून के हाथ लंबे हैं, इसके बावजूद रोह

By JagranEdited By: Published: Sun, 23 Sep 2018 07:23 PM (IST)Updated: Sun, 23 Sep 2018 07:23 PM (IST)
अनट्रेस केस बने पुलिस के लिए चुनौती, ताबड़तोड़ हो रही घटनाएं
अनट्रेस केस बने पुलिस के लिए चुनौती, ताबड़तोड़ हो रही घटनाएं

जागरण संवाददाता, रोहतक : अक्सर कहा जाता है कि कानून के हाथ लंबे हैं, इसके बावजूद रोहतक पुलिस अपराधियों के गिरेबां तक नहीं पहुंच पा रही है। हैरानी की बात यह है कि अपराधी एक के बाद एक घटना को अंजाम दे रहे हैं और पुलिस उन्हें ट्रेस तक नहीं कर पा रही। फिलहाल रोहतक पुलिस के लिए चार अनट्रेस मामले सबसे बड़ी चुनौती बने हुए हैं। इनमें अपराधी कौन और उसकी क्या पहचान है पुलिस तमाम कोशिशों के बाद भी यह पता नहीं कर पा रही है। ऐसे में केस का खुलासा तो दूर की बात है। आइए जानते हैं रोहतक पुलिस किन मामलों में अपराधियों के बेबस नजर आ रही है।

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इन मामलों को ट्रेस नहीं कर पा रही पुलिस

विदेशी गैंग :

- विदेशी गैंग की पहली घटना अगस्त माह में पुराना शुगर मिल क्षेत्र में सामने आयी थी। कार सवार दो विदेशी व्यक्ति हार्डवेयर व्यापारी राजेश जैन की दुकान पर पहुंचे थे और खुद को टूरिस्ट बताया। आरोपितों ने व्यापारी को झांसे में लिया कि उनकी करेंसी नहीं बदली जा रही। ऐसे में उन्हें परेशानी हो रही है। बाद में दोनों आरोपित व्यापारियों को बातों में उलझाकर 34 हजार रुपये ठग कर फरार हो गए थे।

- विदेशी गैंग ने दूसरी वारदात तीन सितंबर को कंसाला गांव में डस्ट-रोड़ी की दुकान पर की। दुकानदार आजाद ¨सह के पास तीन विदेशी पहुंचे। वहां पर विदेशियों ने तर्क दिया कि उन्होंने भारतीय करेंसी नहीं देखी है, जिस पर व्यापारी ने उन्हें भारतीय करेंसी दिखा दी। तभी व्यापारी को झांसा देकर बैग से 52 हजार रुपये चोरी कर लिए। इन दोनों ही मामलों में पुलिस अभी तक आरोपितों का कोई पता नहीं कर सकी।

फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर ठगी करने वाला गिरोह

- इसी माह के पहले सप्ताह में फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर सर्राफ को ठगने का प्रयास किया गया था। रेलवे रोड पर एक सर्राफ ज्वेलरी लेकर जा रहा था। तभी फर्जी पुलिस के गिरोह ने उसे निशाना बनाने की कोशिश की। एक युवक सर्राफ के पास पहुंचा और तर्क दिया कि अगले चौराहे पर उनके अधिकारी बुला रहे हैं। कुछ दूर तक सर्राफ उनके साथ चल भी दिया था, लेकिन शक होने पर उनका आइडी कार्ड मांगा, तब जाकर आरोपित वहां से फरार हो गए। जांच में सामने आया है कि इस गिरोह में भी चार से पांच लोग शामिल है, लेकिन वह कौन है और उनकी क्या पहचान है पुलिस के पास इसकी कोई जानकारी नहीं है।

सिलसिलेवार चेन स्ने¨चग करने वाला गिरोह :

- पुलिस को सबसे अधिक चुनौती चेन स्ने¨चग गिरोह दे रहा है। समय-समय पर होने वाली सिलसिलेवार घटनाओं के सामने पुलिस पूरी तरह से बेबस नजर आ रही है। चेन स्ने¨चग का आंकड़ा देखें तो बाइकर्स ने 21 सितंबर की शाम को तीन, 20 अगस्त की रात को चार और 12 अगस्त को भी कुछ घंटे के अंदर ही तीन वारदातों को अंजाम दिया था। पुलिस की सबसे बड़ी बेबसी यह है कि एक घटना का पता चलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंचती, लेकिन तीनों घटनाओं में देखने में आया कि आरोपित ने कुछ देर बाद ही दूसरे स्थान पर घटना को अंजाम दे दिया। ऐसे में पुलिस चेन स्नेचर के पीछे-पीछे तो रहती है, लेकिन हत्थे अभी तक नहीं चढ़ सका। चेन स्ने¨चग गिरोह में कौन-कौन है और उनकी पहचान किया है। हालांकि पुलिस दावे जरूर कर रही है कि जल्दी ही आरोपितों को पकड़ लिया जाएगा।


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