विश्वविद्यालय कर्मी अपनी मांगों को लेकर फिर से होंगे लामबंद
हरियाणा के सभी विश्वविद्यालयों के कर्मी अपनी मांगों को लेकर लामबंद होंगे।
जागरण संवाददाता, रोहतक: हरियाणा के सभी विश्वविद्यालयों के कर्मी अपनी मांगों को लेकर लामबंद होंगे। इस दिशा में जल्द ही हरियाणा विश्वविद्यालय कर्मचारी महासम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। इस महासम्मेलन की रूपरेखा एवं तैयारियों को लेकर शनिवार को महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में प्रदेश स्तर के कर्मचारी नेताओं की अहम बैठक में गहन मंथन किया गया।
मदवि गैर शिक्षक कर्मचारी संघ कार्यालय में आयोजित इस महत्वपूर्ण बैठक में कर्मियों के हितों से जुड़ें मुद्दों एवं उनके हितों की लड़ाई के लिए भविष्य की रणनीति पर विचार-मंथन किया गया। बैठक में मुख्य रूप से हरियाणा सरकार ने विश्वविद्यालयों पर एचआरएम पोर्टल पर डाटा अपलोड के लिए दबाव बनाने को लेकर, पदोन्नति में टेस्ट की भर्ती को लेकर, ईसी व एफसी में प्रधान के साथ-साथ महासचिव को भी स्थाई सदस्य बनाए जाने की मांग की। पुरानी पेंशन बहाली करने बारे, प्रीमैच्योर सेवानिवृत्ति के आदेश निरस्त करने बारे, विश्वविद्यालयों की स्वायत्ता बहाल करने बारे, खाली पदों पर नई भर्ती करने बारे। कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने बारे, ठेका प्रथा बंद करने बारे, समान काम-समान वेतनमान लागू करने सहित अन्य कर्मचारी हितों से जुड़े मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श किया गया। उपरोक्त सभी मांगों को लेकर जल्द ही महासम्मेलन आयोजित करने लेकर भी बैठक में चर्चा की गई। इस बैठक में मुख्य रूप से सर्वकर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष लाम्बा, सर्वकर्मचारी संघ की प्रदेश महासचिव सविता मलिक, मदवि गैर शिक्षक संघ व ऑल हरियाणा विश्वविद्यालय फेडरेशन के संयोजक रणधीर कटारिया, चैयरमैन दयानंद सोनी, मदवि गैर शिक्षक कर्मचारी संघ के महासचिव रविद्र लोहिया, उप प्रधान राजेश गिरधर, सहसचिव रमेश रोहिल्ला, कोषाध्यक्ष विकास अहलावत, पूर्व प्रधान फूल कुमार बोहत एवं कार्यकारिणी सदस्य शामिल हुए।