ईको फ्रेंडली बस में सस्ता और सुरक्षित होगा सफर, सभी पांच बस सीसीटीवी कैमरों से होंगी लैस
शहर में संचालित होने वाली ईको फ्रेंडली बसों में सफर करना सुरक्षित और सस्ता रहेगा। बसों के संचालन के लिए कवायद शुरू हो गई है। मंगलवार को पांच में तीन बस रोहतक में पहुंचेंगी। शेष दो बस 15 अप्रैल को रोहतक में आएंगी। क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण की तरफ से गाड़ियों की पासिग होते ही ट्रायल होगा। सब कुछ ठीक रहा तो एक मई से बसों का स्थाई संचालन होगा।
जागरण संवाददाता, रोहतक : शहर में संचालित होने वाली ईको फ्रेंडली बसों में सफर करना सुरक्षित और सस्ता रहेगा। बसों के संचालन के लिए कवायद शुरू हो गई है। मंगलवार को पांच में तीन बस रोहतक में पहुंचेंगी। शेष दो बस 15 अप्रैल को रोहतक में आएंगी। क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण की तरफ से गाड़ियों की पासिग होते ही ट्रायल होगा। सब कुछ ठीक रहा तो एक मई से बसों का स्थाई संचालन होगा।
ठेकेदार भीष्म शर्मा ने बताया कि बसों के संचालन के साथ सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा गया है। प्रत्येक बस में एक आगे और एक कैमरा पीछे लगा होगा। 32-32 सीट की इन बसों में सफर करने के लिए प्रति सवारी 10-10 रुपये किराया तय किया गया है। फिलहाल आटो में सफर करने पर 15 रुपये किराया देना होता है। ठेकेदार का कहना है कि रोहद की एक निजी एजेंसी से पांच ईको फ्रेंडली बस खरीदी गई हैं। यह सभी बस सीएनजी यानी कम्प्रेंस्ड नेचुरल गैस से संचालित होंगी। जालंधर में इन बसों में आखिरी चरण का कार्य हुआ है। इसलिए मंगलवार की शाम तक तीन बस सीधे जालंधर से पहुंचेंगी। सफेद और हरे रंग में बसों की पुताई कराई गई है। बस पहुंचने के बाद ट्रायल के लिए मांगी जाएगी अनुमति
ठेकेदार भीष्म ने आगामी रणनीति बताते हुए कहा कि सभी पांच बस रोहतक पहुंचने के बाद ट्रायल के लिए नगर निगम से अनुमति मांगी जाएगी। इन्होंने बताया कि बस रोहतक पहुंचने के बाद पासिग के लिए परिवहन विभाग में पासिग के लिए फाइल लगाएंगे। यहां से हरी झंडी मिलने से पहले सभी रूट फाइनल किए जाएंगे। फिलहाल नए बस अड्डे से पुराना बस अड्डा, यहां से आंबेडकर चौक होते हुए मेडिकल मोड, कोर्ट रोड से पुराने बस अड्डा, सेक्टरों वाले रूट पर भी बसों का संचालन होगा। बसों पर बेटी बचाओ के लिखे जाएंगे स्लोगन
रोहतक में सभी बस पहुंचने के बाद नगर निगम के मेयर मनमोहन गोयल और आयुक्त प्रदीप गोदारा को अवलोकन कराएंगे। इसके बाद बसों पर जो भी स्लोगन लिखे जाएंगे उसका फैसला मेयर-आयुक्त करेंगे। इन्होंने बताया कि वैसे बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के साथ ही स्वच्छता से संबंधित स्लोगन लिखवाने की योजना है। निगम के अधिकारियों की मंजूरी मिलने के बाद ट्रायल भी होगा। बसों का संचालन तीन साल के लिए होगा। यदि योजना पर बेहतर अमल हुआ 20 बसों का संचालन होगा। वर्जन
ईको फ्रेंडली बसों के संचालन से प्रदूषण कम होगा। शहर के लिए यह ड्रीम प्रोजेक्ट साबित होगा। योजना पर बेहतर अमल हुआ तो ज्यादा बसों का संचालन कराएंगे।
मनमोहन गोयल, मेयर, नगर निगम