पानी की समस्या को दूर करने के लिए दोनों जलघरों की रि-माडलिग की जाएगी, 10 करोड़ होंगे खर्च
महम-कस्बे के विकास के लिए पिछले छह साल में महम नगरपालिका की ओर से लगभग 75 करोड़ के विकास कार्य करवाए जा चुके हैं और बहुत से कार्य जारी हैं। महम की पानी की समस्या जो वर्षों से चली आ रही है। उसे दो साल में दूर कर दिया जाएगा।
संवाद सहयोगी, महम :महम-कस्बे के विकास के लिए पिछले छह साल में महम नगरपालिका की ओर से लगभग 75 करोड़ के विकास कार्य करवाए जा चुके हैं और बहुत से कार्य जारी हैं। महम की पानी की समस्या जो वर्षों से चली आ रही है। उसे दो साल में दूर कर दिया जाएगा। ये शब्द भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व राज्य कार्यकारिणी सदस्य शमशेर खरकड़ा ने कहे। वे कस्बे की प्राचीन पंचायती रामलीला मैदान के नवीनीकरण व वार्ड दो में स्थित रोहिला सामुदायिक केन्द्र का उद्घाटन करने के पश्चात उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहे। उन्होंने स्थानों पर खरकड़ा ने पौधरोपण भी किया। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि महम नगरपालिका की ओर से विकास की कोई कमी नहीं छोड़ी गई है। कस्बे के लगभग सभी समुदायों के लिए चौपालों व सामुदायिक केन्द्रों के लिए करोड़ों की राशि खर्च की जा चुकी है। महम नगरपालिका में 1966 से 2014 तक 15 करोड़ के विकास भी नहीं हुए होंगे लेकिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल महम कस्बे के लिए मात्र छह साल में 75 करोड़ की राशि विकास कार्यों के लिए भेज चुके हैं। कस्बे की पानी की समस्या को दूर करने के लिए प्रयास जारी हैं। 10 करोड की लागत से कस्बे के दोनों जलघरों की रि-माडलिग करवाई जाएगी। जिनके टैंडर जल्द ही होने की संभावना है। इस अवसर पर नगरपालिका प्रधान फतेह सिंह, पार्षद प्रतिनिधि कुकी सैनी, मुकेश सैनी, संजीव अग्रवाल, सत्यवीर भराण, अनिल नेहरा, रमेश कुमार, नरेश बडाभैण, रामलीला निदेशक प्रवीन सैनी, प्रवीन सिगला, विनोद गोयल, जयगोपाल, रामलाल, बसंत लाल, उमेद, तस्वीर, जयगोपाल, भगत राम, रामअवतार, विजय रोहिला, कंवर, अनिल, पवन, राजमल, विरेंद्र व श्यामलाल आदि उपस्थित थे।