कृषि मंत्रालय से आई टीम ने महम क्षेत्र गांवों में पहुंच किया मशीनों का निरीक्षण
जागरण संवाददाता, रोहतक : पराली प्रबंधन के लिए किसानों को सब्सिडी पर दी जा ही मशीनों की
जागरण संवाददाता, रोहतक : पराली प्रबंधन के लिए किसानों को सब्सिडी पर दी जा ही मशीनों की जांच के लिए कृषि मंत्रालय से आई टीम ने शनिवार को भी निरीक्षण किया। टीम के सदस्यों ने शनिवार को महम क्षेत्र के गांवों में पहुंचकर मशीनों का निरीक्षण किया। फसल अवशेष प्रबंधन के लिए मंत्रालय की ओर से भेजी गई यह टीम निरीक्षण कार्य 20 नवंबर तक पूरा कर मंत्रालय को इसकी जांच रिपोर्ट सौंपेगी। इस बीच टीम के सदस्य न केवल रोहतक के विभिन्न गांवों में स्थापित किए गए कस्टम हाय¨रग सेंटर (सीएचसी) पर जाकर उनका निरीक्षण कर रहे हैं ,बल्कि किसानों से फीडबैक भी जान रहे हैं। दिल्ली से आई टीम में शवेताभ ¨सह व अरुण कुमार शामिल हैं। वहीं कृषि विभाग के स्थानीय अधिकारी गोपीराम भी टीम के साथ गांवों का दौरा कर रहे हैं। दो सदस्यीय टीम ने शनिवार को जिले के गांव भराण, बहलबा, खरकड़ा, भैणी सुरजन व ¨नदाना आदि गांवों का दौरा कर मशीनों का निरीक्षण किया है। टीम ने दिनभर में करीब आठ गांवों का दौरा कर मशीनों की जांच की है। पर्यावरण संरक्षण के लिए पराली प्रबंधन जरूरी
कृषि अधिकारियों का कहना है कि पर्यावरण संरक्षण के लिए पराली जलाने से रोका जाना आवश्यक है। वहीं पराली का सदुपयोग भी किसान कर सकते हैं। इसके लिए जागरूकता कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं। उधर, पराली प्रबंधन के लिए सरकार की ओर से 50 से 80 फीसद सब्सिडी पर किसानों को ऐसी मशीनें भी दी जा रही हैं, जिनके माध्यम से किसान अपने खेतों में ही पराली का बेहतर उपयोग कर मुनाफा कमा सकते हैं। किसानों तक यह मशीने पहुंचाने के लिए रोहतक में 50 स्थानों पर सीएचसी स्थापित किए गए हैं।