प्री मानसून की 14 एमएम बारिश से ही शहर की गलियां व सड़कें हुई जलमग्न
रोहतक में प्री मानसून की बारिश ने जोरदार दस्तक दी है। इस प्री मानसून की महम 14 एमएम बारिश से ही शहर की गलियां व सड़कें रविवार सुबह जलमग्न हो गई। श्
जागरण संवाददाता, रोहतक : रोहतक में प्री मानसून की बारिश ने जोरदार दस्तक दी है। इस प्री मानसून की महम 14 एमएम बारिश से ही शहर की गलियां व सड़कें रविवार सुबह जलमग्न हो गई। शहर से बरसाती पानी निकासी से इंतजाम नाकाफी साबित हुए और लोगों को भारी परेशानियां उठानी पड़ी। हालांकि, सड़कों से पानी निकासी के लिए संबंधित विभाग के कर्मचारियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। रोहतक में रविवार दोपहर तक 14 एमएम बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार सोमवार को भी बारिश के आसार बने हुए हैं। ऐसे में अगर पानी निकासी के इंतजाम पूरे नहीं हुए तो अनेक लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती है।
शनिवार शाम को मौसम के बदलाव हुआ और रात में ही बारिश हुई। हालांकि बारिश बीच बीच में रुक गई। वहीं, रविवार सुबह मौसम में अचानक फिर से बदलाव हुआ और गर्जना के साथ बारिश होने लगी। रोहतक में करीब दो घंटे बारिश हुई। शनिवार रात से रविवार दोपहर तक 14 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। प्री मानसून की यह बारिश अनेक लोगों के लिए आफत भी बनी। शहर में दिल्ली रोड पर ही दस से 12 जगह जल जमाव हो गया। इसके अलावा सेक्टर में इतने ही स्थानों पर जल जमाव देखा गया है। वहीं, देव कालोनी, भरत कालोनी, ओल्ड हाउसिग बोर्ड, सुखपुरा चौक सहित और भी तमाम स्थानों पर जल जमाव बना रहा। जिसकी निकासी के लिए कर्मचारियों ने खूब मशक्कत की। घंटों मशक्कत के बाद ही कई स्थानों से पानी की निकासी हुई। हालांकि हाउसिग बोर्ड कालोनी, अप्पू घर के पास, नेताजी सुभाष चौक के निकट दिल्ली रोड सहित कई स्थानों पर शाम तक भी जल जमाव देखा गया। शहर वासियों का कहना है कि प्री मानसून बारिश में ही जल जमाव हो रहा है तो फिर मानसून में शहर की स्थिति क्या होगी। उन्होंने कहा कि प्रशासन से नालों या ड्रेन आदि की अच्छी तरह से सफाई करानी चाहिए। ताकि मानसून में शहर में जलजमाव न हो सके। खरीफ फसलों के लिए बारिश फायदेमंद :
उधर, प्री मानसून की यह बारिश खरीफ फसलों के लिए लाभदायक बताई जा रही है। रोहतक में अभी धान की रोपाई शुरू नहीं हुई है। सप्ताह बाद यहां धान की रोपाई शुरू होने की संभावना किसानों ने जताई है। बहलबा गांव निवासी किसान अनिल राठी, पहरावर गांव निवासी किसान संदीप आदि का कहना है कि धान की पौध तैयार की जा रही हैं। उपयुक्त समय पर धान की रोपाई की जाएगी। खरीफ फसलों के लिए यह बरसात फायदेमंद है। कब होती है प्री मानसूनी बारिश :
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक रोहतक में वास्तविक रूप से 10 से 25 जून के बीच होने वाली बारिश प्री मानसून कहा जाता है। जबकि जून के अंत या जुलाई के प्रथम सप्ताह में यहां मानसून सक्रिय हो जाता है। प्री मानसून की यह बारिश खरीफ फसलों के लिए खूब फायदा पहुंचा सकती है। यह बारिश खरीफ फसलों के साथ साथ फलदार पौधों व सब्जियों के लिए भी लाभदायक है। प्री मानसून की इस बारिश से धान लगाने वाले क्षेत्रों में भूमि में नमी की अधिकता के कारण किसानों को पानी की बचत होगी।
- डा. रोहताश सिंह, अतिरिक्त निदेशक, कृषि विभाग।