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रोहतक में मिले चार स्वाइन फ्लू के केस, अफसर बोले-स्थिति नियंत्रण में

जागरण संवाददाता, रोहतक : जिला स्वास्थ्य विभाग ने अभी तक स्वाइन फ्लू के चार मरीज मिलने की पुष्टि

By JagranEdited By: Published: Thu, 10 Jan 2019 08:22 AM (IST)Updated: Thu, 10 Jan 2019 08:22 AM (IST)
रोहतक में मिले चार स्वाइन फ्लू के केस, अफसर बोले-स्थिति नियंत्रण में
रोहतक में मिले चार स्वाइन फ्लू के केस, अफसर बोले-स्थिति नियंत्रण में

जागरण संवाददाता, रोहतक : जिला स्वास्थ्य विभाग ने अभी तक स्वाइन फ्लू के चार मरीज मिलने की पुष्टि की है। चारों मरीजों का उपचार उनके घर पर ही किया जा रहा है। इनकी देखरेख के लिए विशेष तौर पर टीम लगाई गई हैं। चिकित्सकों ने लोगों से स्वाइन फ्लू के प्रति सजग रहने का आह्वान किया है। साथ ही लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सकों से परामर्श लेने को कहा है।

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हिसार सहित आसपास के जिलों में स्वाइन फ्लू से कई मरीजों की मौत के बाद सरकार की ओर से इस बीमारी पर काबू पाने को अफसरों को सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। इसके तहत बुधवार को जिला महामारी विशेषज्ञ ने कर्मचारियों के साथ बैठक कर लोगों को जागरुक करने के निर्देश दिए हैं। जिला महामारी विशेषज्ञ डा. विवेक मोर ने बताया कि अभी तक जिले में चार मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। उक्त सभी मरीज बी कैटेगरी के हैं। ऐसे में इन मरीजों की स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है। मरीजों की देखभाल के लिए एक विशेष टीम का गठन करते हुए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कर्मचारियों को निर्देश दिए कि मरीजों के परिजनों व पड़ोसियों को बीमारी से बचने के लिए जागरुक करें। आरटीपीसीआर और एलिजा से होती है फ्लू की पुष्टि

स्वाइन फ्लू की पुष्टि के लिए आरटीपीसीआर और एलिजा जांच कराई जाती हैं। डा. मोर ने बताया कि पीजीआइ में जांच के लिए सैंपल लेने के बाद उसी दिन मरीज को रिपोर्ट उपलब्ध करा दी जाती है। अभी तक पीजीआइ में 15 मरीजों के सैंपल लेकर जांच की गई थी। गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों को अधिक खतरा

स्वाइन फ्लू से गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों को अधिक खतरा होता है। डा. मोर ने बताया कि दोनों ही वर्गो के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी कम होती है। इसके अलावा बच्चों को भी यह रोग जल्दी अपने चपेट में लेता है। स्वाइन फ्लू के लक्षण

बुखार, तेज ठंड लगना, गला खराब होना, मांसपेशियों में दर्द, तेज सिर दर्द, खांसी, कमजोरी महसूस होना स्वाइन फ्लू के मुख्य लक्षण है। यदि किसी मरीज को इन लक्षणों में से कुछ भी महसूस होता है तो उसे तत्काल पास के सरकारी अस्पताल या पीजीआइ में उपचार कराना चाहिए। स्वाइन फ्लू से ऐसे बचें

डा. मोर बताते हैं कि स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए आवश्यक है कि मरीज को कोई भी समस्या होने की दशा में तुरंत विशेषज्ञ चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए। साथ ही अधिक से अधिक पानी पीने के साथ हाई प्रोटीनयुक्त खानपान लें।


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